Varanasi News: काशी में दीपावली पर मुस्लिम महिलाओं ने उतारी श्रीराम की आरती, ‘सबके राम’ का दिया संदेश

विशाल भारत संस्थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने लमही के सुभाष भवन में श्रीराम की महाआरती का आयोजन किया. इस दौरान धर्म के नाम पर नफरत नहीं फैलाने का संकल्प भी लिया.

By Prabhat Khabar | November 4, 2021 1:29 PM

Varanasi News: काशी को आध्यात्मिक नगरी माना जाता है. यहां के आयोजन अपने आप में खास होते हैं. दिवाली के मौके पर मुस्लिम महिलाओं ने प्रभु श्रीराम की आरती उतारकर लोगों को साथ रहने का संदेश दिया. विशाल भारत संस्थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने लमही के सुभाष भवन में श्रीराम की महाआरती का आयोजन किया. इस दौरान धर्म के नाम पर नफरत नहीं फैलाने का संकल्प भी लिया.

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15 सालों से श्रीराम की महाआरती जारी

दरअसल, विशाल भारत संस्थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन लगातार 15 सालों से श्रीराम की महाआरती करता आ रहा है. दीपावली के शुभ मौके पर अयोध्या और काशी दोनों स्थानों पर भव्य आयोजन किया गया.

इस दौरान एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संदेश भी दिया जाता है. सबसे खास बात यह है तमाम धमकियों के बावजूद मुस्लिम महिलाओं ने प्रभु श्रीराम की महाआरती करके सांप्रदायिक ताकतों को करारा जवाब दिया है. इस दौरान उर्दू में लिखी श्रीराम प्रार्थना और श्रीराम आरती गाकर मुस्लिम महिलाओं ने महाआरती की.


जय सियाराम का उद्घोष और कीर्तन

मुस्लिम महिलाओं ने दीपक जलाए और फुलझड़ी जलाकर संदेश दिया कि भारत भूमि पर रहने वाले सभी भारतवासी सांस्कृतिक रूप से एक हैं. क्योंकि, सबके पूर्वज एक ही थे. इसके पहले श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या की पवित्र मिट्टी के कलश को मुस्लिम महिलाओं ने अपने सिर पर रखकर पूजा स्थल तक लाया. इसके बाद मुस्लिम महिलाओं ने जय सियाराम का उद्घोष किया और राम नाम का कीर्तन भी किया.

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‘सबके राम, सब में राम’ का संदेश दिया

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास महाराज ने मुस्लिम महिलाओं के साथ श्रीराम आरती गाकर धर्म के भेद को खत्म किया. उन्होंने सबके राम, सब में राम का संदेश भी दिया. श्रीराम महाआरती में अर्चना भारतवंशी, डॉ. मृदुला जायसवाल, नगीना बानो, शबनम, सबीना, नाजिया, नजराना, नगीना, शम्सुनिशा, नाजमा, सैमुननिशा, मुन्नी, जुबैदा, शहजादी समेत अन्य मौजूद थे.

(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)

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