तृणमूल का विकल्प नहीं, कोलकाता में एससी-एसटी नेताओं की बैठक में बोलीं ममता बनर्जी

West Bengal Election 2021: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कोई विकल्प नहीं है और राज्य में कोई दूसरी पार्टी इसका स्थान नहीं ले सकती है. टीएमसी के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति नेताओं की यहां आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि पार्टी ‘और बेहतरी’ के लिए काम करेगी. nrc, bjp, bharatiya janata party

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2021 8:48 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस का कोई विकल्प नहीं है और राज्य में कोई दूसरी पार्टी इसका स्थान नहीं ले सकती है. टीएमसी के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति नेताओं की यहां आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि पार्टी ‘और बेहतरी’ के लिए काम करेगी.

ममता बनर्जी ने कहा, ‘कोई दूसरी पार्टी हमारा स्थान नहीं ले सकती है, क्योंकि टीएमसी ने दुनिया की सबसे जनहितैषी सरकार दी है.’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने ‘सोनार भारत’ को खत्म कर दिया है और अब ‘सोनार बांग्ला’ की बात करती है. उन्होंने कहा कि भगवा दल सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर दुष्प्रचार में संलिप्त है.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चक्रवात अम्फान से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए हमने हरसंभव प्रयास किया, लेकिन एक-दो खामियों के लिए हमें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.’ बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने देश ‘बेच दिया’ है और उसे पश्चिम बंगाल पर नजर डालने से पहले आईना देखना चाहिए.

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राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) वापस ले लेना चाहिए और दावा किया कि इसका अस्तित्व देश के नागरिकों के लिए ‘खतरा’ बना रहेगा.

उल्लेखनीय है कि संशोधित नागरिकता कानून एवं राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मुद्दे पर पिछले वर्ष नयी दिल्ली समेत देश के कई भागों में जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था. प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि एनआरसी अल्पसंख्यकों की नागरिकता छीनने की भाजपा सरकार की साजिश है.

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हालांकि, सरकार ने आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए देश में एनआरसी को लागू किया जायेगा. साथ ही सरकार ने कहा था कि सीएए किसी की नागरिकता छीनता नहीं, बल्कि पड़ोसी देशों में प्रताड़ना से तंग आकर भारत में शरण लेने वालों को नागरिकता की गारंटी देता है. यह किसी के खिलाफ कोई साजिश नहीं है.

Posted By : Mithilesh Jha

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