ममता बनर्जी ने कोलकाता में की खेला होबे दिवस की शुरुआत, कहा- संसद में भी गूंज रहा है खेला होबे

Khela Hobe Diwas|Mamata Banerjee News|ममता बनर्जी ने कहा है कि बंगाल चुनाव के स्लोगन को पूरे देश ने अपना लिया है. खेला होबे लोकसभा से उत्तर प्रदेश, राजस्थान और देश के अन्य भागों में यह स्लोगन गूंज रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2021 7:05 PM

कोलकाता: खेला होबे, खेला होबे. एई माटी ते खेला होबे… बंगाल चुनाव से पहले पूरे बंगाल में गूंजने वाले इस नारा को ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने आत्मसात कर लिया है. पार्टी ने 16 अगस्त (16 August) को पूरे पश्चिम बंगाल में ‘खेला होबे दिवस’ (Khela Hobe Diwas) मनाने का एलान किया है.

ममता बनर्जी (TMC Chief Mamata Banerjee) ने कहा है कि बंगाल चुनाव के स्लोगन को पूरे देश ने अपना लिया है. खेला होबे (Khela Hobe) पूरे देश में लोकप्रिय हो गया है. लोकसभा से लेकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और देश के अन्य भागों में यह स्लोगन गूंज रहा है. ममता ने कहा कि एक बार खेला हुआ है. फिर खेला होगा. उन्होंने कहा कि खेल के बगैर को जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते. अब गांव-गांव में खेला होगा. पूरे देश में खेला होगा.

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता (Kolkata News) के नेताजी इंडोर स्टेडियम (Netaji Indoor Stadium) में आयोजित एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने सोमवार को तीन योजनाओं की शुरुआत की. सुदूरवर्ती गांवों के लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य इंगित (Swasthya Ingit) सेवा की शुरुआत की गयी, तो उग्रवाद (Extremism) का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वाले 220 युवाओं को रोजगार भी दिया. इसके बाद उन्होंने खेला होबे दिवस (Khela Hobe Diwas Launced) की शुरुआत की. बंगाल के फुटबॉल क्लबों को ‘जयी बॉल’ (Joyee Ball) देकर ममता बनर्जी ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की.

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ममता बनर्जी ने कहा कि आईएफए के अधीन 303 फुटबॉल क्लब हैं. आईएफए उन सभी क्लबों को 10-10 फुटबॉल दे, ताकि वे खेला दिवस मना सकें. गांवों में जो क्लब खेला होबे दिवस मनायेंगे, उनको 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जायेगी, ऐसा ममता बनर्जी ने कहा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में नेताजी इंडोर स्टेडियम में मोहन बगान और ईस्ट बंगाल क्लब को 100-100 जयी फुटबॉल दिये गये.

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि गांव की गरीब महिलाओं ने सरकार के लिए 1,00,000 (एक लाख) जयी फुटबॉल (Joyee Football) का निर्माण किया है. इसे गांव-गांव तक पहुंचाया जायेगा. ममता ने यह भी कहा कि उनकी सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. इसलिए खेला होबे दिवस मना रही है, ताकि तरह-तरह के खेलों को प्रोत्साहन दिया जा सके. उन्होंने कहा कि कोचिंग क्लबों को भी उनकी सरकार मदद देती है. राज्य के 25,000 क्लब को उनकी सरकार 5-5 लाख रुपये का अनुदान देती है.

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खेला होबे को चिर स्थायी करना है

ममता बनर्जी ने कहा कि खेला होबे को चिर स्थायी बना देना है. अलग-अलग कार्यक्रमों के आयोजन के जरिये इसे आगे बढ़ाना होगा. ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रचार करने के लिए जब वह गांवों में जातीं थीं, तब महिलाएं भी खेला होबे-खेला होबे गाने लगतीं थीं. इससे उन्हें प्रेरणा मिली. आज यह खेला होबे संसद में भी गूंज रहा है. ममता बनर्जी ने ईस्ट बंगाल क्लब के सदस्यों और खिलाड़ियों से कहा कि वे मन छोटा न करें, वह चाहती हैं कि यह क्लब भी आईएसएल खेले. मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब भी इस प्रतिष्ठित लीग में हिस्सा ले. सब ठीक हो जायेगा.

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40 हजार युवाओं को पुलिस में दी नौकरी

ममता बनर्जी ने एलान किया कि उनकी सरकार ने अब तक 40 हजार युवाओं को पुलिस में नौकरी दी है. माओवाद और केएलओ जैसे उग्रवादी संगठनों को छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जताने वाले युवाओं को बड़े पैमाने पर उनकी सरकार ने नौकरी दी है. ऐसे लोग जो उग्रवाद के रास्ते पर चले और अपनी जान गंवा बैठे, उनके आश्रित परिजनों की भी उनकी सरकार ने मदद की है. 2 अगस्त को तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने बांकुड़ा, बीरभूम, झारग्राम और पश्चिमी मेदिनीपुर के 220 युवाओं को स्पेशल होमगार्ड की नौकरी मिली. इन्हें नियुक्ति पत्र भी दिया गया.

Posted By: Mithilesh Jha

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