Indian Railways: कालिंदी और काठगोदाम 3 माह तक रहेगी निरस्त, श्रमशक्ति एक्सप्रेस में विजिलेंस टीम ने मारा छापा

Indian Railways: कानपुर काठगोदाम एक्सप्रेस 4 दिसंबर से 27 फरवरी तक निरस्त रहेगी. फर्रुखाबाद, छपरा सहित कई ट्रेनों के फेरे भी कम किए गए हैं. 12201 कानपुर काठगोदाम एक्सप्रेस 5 दिसंबर से 27 फरवरी तक निरस्त रहेगी.

By Prabhat Khabar | December 1, 2023 11:16 AM

Indian Railways: भारतीय रेलवे ने भिवानी से प्रयागराज वाया कानपुर चलने वाली 14723-14724 कालिंदी एक्सप्रेस को 1 दिसंबर से मार्च 2024 तक निरस्त कर दिया है. कानपुर काठगोदाम एक्सप्रेस 4 दिसंबर से 27 फरवरी तक निरस्त रहेगी. फर्रुखाबाद, छपरा सहित कई ट्रेनों के फेरे भी कम किए गए हैं. 12201 कानपुर काठगोदाम एक्सप्रेस 5 दिसंबर से 27 फरवरी तक निरस्त रहेगी. 12210 काठगोदाम कानपुर काठगोदाम से 4 दिसंबर से 26 फरवरी तक निरस्त रहेगी. इसके अलावा 14723 कालिंदी एक्सप्रेस 1 दिसंबर से 21 फरवरी तक तो 14724 कालिंदी 1 मार्च तक निरस्त रहेगी.

14 घंटे देरी से सेंट्रल पहुंच रहीं ट्रेनें

सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेनें लगभग 14 घंटे तक देरी से आ रहीं हैं. इसकी वजह रेलवे अधिकारियों ने कोहरा बताया है. ट्रेनों के लेट होने पर प्लेटफार्म पर यात्री परेशान हुए है. इसके चलते 749 टिकट कैंसिल कराए गए हैं. 12598 सीएसएमटी गोरखपुर जंक्शन अंत्योदय एक्सप्रेस 14 घंटे देरी से सेंट्रल पहुंची. 22538 एलटीटी गोरखपुर कुशीनगर एक्सप्रेस 11:30 घंटे तो 03636 आनंद विहार गया छठ स्पेशल 9 घंटे देरी से आई. 02249 पटना जंक्शन नई दिल्ली राजधानी 6:45 घंटे देरी से आने से यात्री परेशान रहे. 13483 फरक्का 5:45 घंटे तो 12282 भुवनेश्वर दुरंतो पौने 3 घंटे यात्रियों को इंतजार कराती रही. सेंट्रल पर 02563 बरेली जंक्शन नई दिल्ली स्पेशल सवा चार घंटे तो 13239 पटना कोटा एक्सप्रेस सवा दो घंटे देरी से आई.

श्रमशक्ति एक्सप्रेस में विजिलेंस का छापा

दिल्ली से कानपुर सेंट्रल के बीच चलने वाली 12452 श्रमशक्ति एक्सप्रेस में मुख्यालय की विजिलेंस टीम ने छापेमारी की. तीन सदस्यीय टीम पनकी स्टेशन से एसी और स्लीपर कोच में चढ़ी. विजिलेंस टीम को टीटीई के पास अतिरिक्त कैश मिला. विजिलेंस टीम अब मुख्यालय को रिपोर्ट दो दिन में देगी. इसके बाद टीटीई पर कार्रवाई होगी. श्रमशक्ति में सवार स्टाफ ने बताया कि पनकी स्टेशन से विजिलेंस के तीन इंस्पेक्टर अलग-अलग कोचों में सादी वर्दी में चढ़े. इसके बाद कानपुर सेंट्रल पर ट्रेन पहुंचने पर एसी और स्लीपर कोच के टीटीई से उनकी जेब में रखे कैश को चेक किया. तीन टीटीई की जेब में अधिक कैश मिला. नियमानुसार टीटीई के पास जो कैश अपना होता है, इसकी इंट्री वह फेयर बुक पर अंकित करता है औऱ यही कैश का प्रमाण होता है. टीटीई किसी का टिकट बनाता है तो उसकी रसीद होती है. विजिलेंस को ऐसा कोई प्रमाण टीटीई नहीं दें सके.

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