धनबाद में वर्षों से जमे रोजगार सेवकों का होगा तबादला, प्रखंडों से मंगाया गया ब्योरा

धनबाद जिला के विभिन्न प्रखंडों में वर्षों से जमे रोजगार सेवकों तथा मनरेगा के तहत बहाल कनीय एवं सहायक अभियंताओं का तबादला किया जायेगा. इसके लिए सभी प्रखंडों से सूची मंगायी गयी है. पहले चरण में 10 वर्षों से एक ही प्रखंड में पदस्थापित रोजगार सेवकों के तबादले की तैयारी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 26, 2022 2:48 PM

Dhanbad news: धनबाद जिला के विभिन्न प्रखंडों में वर्षों से जमे रोजगार सेवकों तथा मनरेगा के तहत बहाल कनीय एवं सहायक अभियंताओं का तबादला किया जायेगा. इसके लिए सभी प्रखंडों से सूची मंगायी गयी है. अधिकृत सूत्रों के अनुसार धनबाद जिला के सभी 10 प्रखंडों से रोजगार सेवकों की सूची मंगायी गयी है. इसमें रोजगार सेवकों के नाम के साथ कितने समय से उस प्रखंड में पदस्थापित हैं, इसका भी ब्योरा मांगा गया है. पहले चरण में 10 वर्षों से एक ही प्रखंड में पदस्थापित रोजगार सेवकों के तबादले की तैयारी में है.

256 में से 176 पंचायतों में ही रोजगार सेवक

धनबाद जिला के 256 पंचायतों में से 176 पंचायतों में ही रोजगार सेवक पदस्थापित हैं. वहीं कुछ पंचायतों में रोजगार सेवक अतिरिक्त प्रभार में हैं. इनमें से 150 पंचायत ही ऐसी हैं जहां मनरेगा के तहत मिट्टी कार्य से जुड़ी योजनाएं ली जाती हैं. शेष 106 पंचायत कोल बियरिंग एरिया में पड़ती हैं. इसी तरह अनेक वर्षों से एक ही प्रखंड में जमे सहायक अभियंता तथा कनीय अभियंताओं के भी बदले जाने की तैयारी चल रही है. यहां पांच सहायक तथा 14 कनीय अभियंता कार्यरत हैं. साथ ही 17 प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, तीन लेखा सहायक एवं चार कंप्यूटर सहायक कार्यरत हैं. इन सबका वेतनमान मनरेगा के स्थापना मद से दिया जाता है. मनरेगा के तहत खर्च होने वाली कुल राशि का छह प्रतिशत ही स्थापना मद में खर्च करने की अनुमति है.

रोजगार सेवकों का कटेगा पीएफ

सूत्रों ने बताया कि रोजगार सेवकों का भी पीएफ (PF) कटेगा. इसके लिए सभी रोजगार सेवकों का ब्योरा अलग से राज्य मुख्यालय भेजा गया है. इससे रोजगार सेवकों को नया उत्साह मिला है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पीएफ का सरकारी अंश केंद्र या राज्य सरकार में से कौन देगा. रोजगार सेवकों के भत्ते में भी इजाफा की योजना है.

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