डांट-फटकार से नाराज बच्ची भटककर पहुंची चक्रधरपुर, रेलवे पुलिस ने परिजनों से मिलाया, खुशी से छलके आंसू

Jharkhand News : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर की जीआरपी (रेलवे पुलिस) की सूझबूझ से 13 साल की एक बच्ची गलत हाथों में जाने से बच गयी. दरअसल 13 साल की एक बच्ची चक्रधरपुर स्टेशन पर भटक गयी थी. जीआरपी ने घर तक पहुंचाने के लिए अपना पूरा नेटवर्क लगा दिया. इसके बाद उसके घरवाले उसे अपने साथ ले गए.

By Guru Swarup Mishra | September 18, 2022 5:42 PM

Jharkhand News : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर की जीआरपी (रेलवे पुलिस) की सूझबूझ से 13 साल की एक बच्ची गलत हाथों में जाने से बच गयी. दरअसल 13 साल की एक बच्ची चक्रधरपुर स्टेशन पर भटक गयी थी. इस बच्ची को स्टेशन के कुछ लोगों ने बीते शनिवार को जीआरपी के हवाले किया था. इसके बाद जीआरपी ने बच्ची को उसके घर तक पहुंचाने के लिए अपना पूरा नेटवर्क लगा दिया. बच्ची के माता-पिता से संपर्क साधा गया और उसके घरवाले जीआरपी थाना आकर उसे अपने साथ ले गए. इस तरह रेलवे पुलिस की सजगता और समझदारी से एक बच्ची अपने परिजनों से मिल सकी.

जानकारी के मुताबिक मसिल्दा सोरेंग नामक 13 साल की बच्ची जमशेदपुर में अपने किसी रिश्तेदार के घर में रहती थी. उसे वहां काम कराया जाता था और डांट-फटकार की जाती थी. इसके बाद वह वहां से अपने मामा घर जाने के लिए भाग निकली. वह किसी तरह पूछते हुए टाटानगर स्टेशन पहुंची और मनोहरपुर जाने वाली ट्रेन में बैठ गयी. ट्रेन जब चक्रधरपुर पहुंची तो किसी ने उसे उतार दिया. इसके बाद बच्ची भटक गयी. चक्रधरपुर स्टेशन के कुछ दुकानदारों ने बच्ची को जीआरपी पुलिस के हवाले किया.

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जीआरपी थाना प्रभारी महेंद्र कुमार महतो ने बच्ची को उसके घर तक पहुंचाने के लिए अपने नेटवर्क को एक्टिव किया और हर थाना में बच्ची की तस्वीर पहुंचाई. पता चला कि बच्ची के माता-पिता मनोहरपुर के रहने वाले हैं जबकि उसकी नानी और मामा सिमडेगा जिले के बानो थाना क्षेत्र में रहते हैं. जीआरपी के द्वारा बच्ची के घरवालों तक बच्ची की तस्वीर और उसकी जानकारी पहुंचाई गयी. जिसके बाद बच्ची के मामा जोसेफ कुल्लू और नानी रोजलिया कुल्लू जीआरपी थाना पहुंचे और बच्ची को सही सलामत पाकर ख़ुशी से भर गए.

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दरअसल, बच्ची के गुम हो जाने के बाद से उसके माता पिता और मामा-नानी काफी परेशान थे. वे भी उसकी तलाश में भटक रहे थे, लेकिन जीआरपी की मदद से बच्ची वापस सही सलामत मिलने से वे काफी खुश हुए और जीआरपी थाना प्रभारी महेंद्र कुमार महतो सहित तमाम जीआरपी सुरक्षाबल को धन्यवाद दिया. बच्ची भी वापस अपने घरवालों को पाकर खुश हुई और कहा कि अब से वह कभी भी किसी को बिना बताये घर छोड़कर कहीं नहीं जाएगी. जीआरपी थाना प्रभारी महेंद्र कुमार महतो ने कहा कि अगर किसी को भी इस तरह कोई भटका हुआ मिलता है तो वे सूचना दें. वे भटके हुए लोगों को उनके घर तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करेंगे.

रिपोर्ट : रवि, चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम

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