क्या है GPT-5?
OpenAI CEO सैम ऑल्टमैन ने अपने नए मॉडल को टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक महत्वपूर्ण तकनीकी छलांग के रूप में पेश किया है. खासकर इस मॉडल को आर्टिफिशियल जेनरल इंटेलिजेंस (Artificial General Intelligence) की दुनिया में एक बहुत बड़ा कदम माना जा रहा है. जिसका मकसद ऐसे AI मॉडल्स बनाना है, जो इंसानों की तरह सोच-समझ कर काम कर सके. OpenAI के नए मॉडल को GPT‑4 और GPT‑4.5 के मुकाबले सबसे स्पीड, इंटेलिजेंस, सटीक और रीजनिंग कैपिबिलिटीज के साथ लॉन्च किया गया है. यह नया मॉडल तीन वेरिएंट्स में आता है. जिसमें GPT‑5, GPT‑5‑mini और GPT‑5‑nano शामिल है.
गहरी रिसर्च कर देगा जवाब
GPT‑5 को लेकर सैम ऑल्टमैन ने दावा किया है कि, यह नया मॉडल ऐसे काम करेगा जैसे कोई एक्सपर्ट कर रहा हो. यानी कि, GPT‑5 बाकी मॉडल्स की तरह सिर्फ जानकारी या आपके सवाल का जवाब नहीं देगा बल्कि किसी भी सब्जेक्ट पर गहरी रिसर्च, समझ और तर्क कर सकता है. साथ ही कठिन से कठिन सवाल का जवाब आसानी से दे सकता है. आप GPT‑5 को एक PhD एक्सपर्ट की तरह ले सकते हैं, जो किसी भी टॉपिक पर गहराई तक जाकर उसकी जानकारी निकाल सकता है.
ChatGPT-5 ये वेरिएंट मिलेगा फ्री
यूजर्स स्टैंडर्ड इंटेलिजेंस वाला GPT‑5 और Mini का इस्तेमाल फ्री में कर सकेंगे. लेकिन GPT‑5 प्रो और GPT‑5‑thinking वर्जन का इस्तेमाल Plus या Pro यूजर्स ही कर सकेंगे.
क्या है खास?
GPT-5 को कंपनी बाकी मॉडल्स से ज्यादा एडवांस, स्पीड, सटीक और पावरफुल बनाया है. जिससे यह इंसानों की तरह सोच समझ कर जवाब दे सकेगा. साथ ही कठिन सवालों को तोड़-मरोड़कर आसान भाषा में समझाएगा. इस नए मॉडल में कई सारे एडवांस फीचर्स दिए गए हैं. जैसे-
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