Google की नकेल कसने की तैयारी कर रहा है यूरोपीयन पार्लियामेंट

यूरोपीयन पार्लियामेंट ने दिग्‍गज इंटरनेट ब्राउजर गूगल पर लगाम लगाने के मकसद से एक प्रस्‍ताव लाने का फैसला किया है. यह प्रस्‍ताव गूगल सर्च इंजन के कामों को यूरोपीय कॉमर्सियल सेवाओं से अलग-अलग करने की वकालत करेगा. हालांकि किसी खास सर्च इंजन का नाम लिए बिना यह मसौदा पार्लियामेंट के सामने पेश किया गया. बता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 22, 2014 1:16 PM

यूरोपीयन पार्लियामेंट ने दिग्‍गज इंटरनेट ब्राउजर गूगल पर लगाम लगाने के मकसद से एक प्रस्‍ताव लाने का फैसला किया है. यह प्रस्‍ताव गूगल सर्च इंजन के कामों को यूरोपीय कॉमर्सियल सेवाओं से अलग-अलग करने की वकालत करेगा.

हालांकि किसी खास सर्च इंजन का नाम लिए बिना यह मसौदा पार्लियामेंट के सामने पेश किया गया. बता दें कि यूरोप में सर्च इंजन के कारोबार पर लगभग 90 फीसदी मार्केट शेयर गूगल के ही पास है. इससे साफ पता चलता है कि यह प्रस्‍ताव गूगल के लिए ही लिया गया है ताकि इस अमेरिकी कंपनी का वर्चस्‍व यूरोपीय बाजारों में कम किया जा सके.

इंटरनेटकारोबारमें अमेरिकी कंपनियों के आधिपत्‍य से यूरोपीय देश अमेरिकी प्रभाव को लेकर खासा चिंति‍त हैं, और इस प्रभाव को कम करना चाहते हैं. यूरोपीय पार्लियामेंट का यह प्रस्‍ताव यूरोपीय कमीशन पर इंटरनेट दिग्‍गज कंपनी गूगल के खिलाफ उचित कार्यवाही करने के लिए दबाव बना सकता है.

बता दें कि पहले ही से गूगल यूरोप में अपनी प्राइवेसी पॉलिसी से लेकर टैक्‍स पॉलिसी तक अपने सर्विसों को लेकर कडी आलोचनाएं झेल रहा है. पिछले लंबे समय से लोगों की शिकयतों को लेकर भी इंटरनेट कंपनी गूगल यूरोपीयन कोर्ट से लड रहा है. उनकी शिकायत है कि गूगल को अपने सर्च रिजल्‍ट से आपत्तिजनक लिंक को हटाना चाहिए.

ध्‍यान देने योग्‍य बात है कि यूरोपीयन पार्लियामेंट के पास विधायी शक्तियां नहीं हैं जिसके वजह से वह सीधे तौर पर गूगल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर सकता.हालांकिगूगल ने इस बारे में कोई टिप्‍पणी करने से साफ इनकार कर दिया है.

यूरोपीयनपार्लियामेंट के इस प्रस्‍ताव से संभावना यह जतायी जा रही है कि जल्‍द ही यूरोपीय कमीशन इस मामाले में कोई ठोस कदम उठाएगा.

Next Article

Exit mobile version