Unlock 2 : मायापुर का इस्कॉन मंदिर खुला, करीब 100 श्रद्धालुओं ने किये दर्शन

Lockdown in bengal : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बीच कोलकाता के मायापुर स्थित इस्कॉन (Iskcon) का वैश्विक मुख्यालय इस्कॉन चंद्रदेव मंदिर (Iskcon Chandradev Temple) का द्वार श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए खुल गया. रविवार (5 जुलाई, 2020) को पहले दिन करीब 100 श्रद्धालु पूजा- अर्चना के लिए मंदिर परिसर पहुंचे. इस दौरान श्रद्धालुओं को बिना मास्क पहने मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया. मंदिर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2020 5:50 PM

Lockdown in bengal : कोलकाता : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बीच कोलकाता के मायापुर स्थित इस्कॉन (Iskcon) का वैश्विक मुख्यालय इस्कॉन चंद्रदेव मंदिर (Iskcon Chandradev Temple) का द्वार श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए खुल गया. रविवार (5 जुलाई, 2020) को पहले दिन करीब 100 श्रद्धालु पूजा- अर्चना के लिए मंदिर परिसर पहुंचे. इस दौरान श्रद्धालुओं को बिना मास्क पहने मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया. मंदिर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा.

लॉकडाउन के कारण विगत 23 मार्च, 2020 से बंद मायापुर का इस्कॉन मंदिर का द्वार रविवार (5 जुलाई, 2020) को खुल गया. इस दौरान सभी सावधानी बरतने की अपील भी की गयी. करीब 3 महीने से बंद इस्कॉन मंदिर के खुलने के साथ ही रविवार को करीब 100 श्रद्धालुओं ने देवी-देवताओं के दर्शन किये.

इस्कॉन मायापुर के प्रवक्ता सुब्रत दास ने कहा कि श्रद्धालुओं को सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक मंदिर परिसर में आने की अनुमति दी गयी है. इस दौरान श्रद्धालु सैनिटाजर टनल से गुजर कर मंदिर परिसर में पहुंचेंगे. रविवार को पहले दिन सुबह 9 बजे करीब 100 श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचे.

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मायापुर प्रशासनिक परिषद (Mayapur Administrative Council) के उपाध्यक्ष माधव गौरांगा दास ने कहा कि श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. इसलिए हमें भक्तों के लिए मंदिर खोलने में थोड़ा अधिक समय लगा. उन्होंने मंदिर आने सभी लोगों से मास्क पहनने, सैनिटाइज करने समेत सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने की अपील की है.

मायापुर के इस्कॉन मंदिर में हर साल दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 70 लाख से अधिक लोग पहुंचते हैं. यह स्थल चैतन्य महाप्रभु की जन्म स्थली है. इस कारण मायापुर न केवल पश्चिम बंगाल, बल्कि पूरी दुनिया का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन गया है.

Posted By : Samir ranjan.

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