राजनीति: दुर्गापूजा बाद रास की सदस्यता छोड़ेंगे, मुकुल ने छोड़े पद पार्टी ने निकाला

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य मुकुल राय ने सोमवार को जहां पार्टी पद छोड़ने की घोषणा की, वहीं तृणमूल ने उन्हें निलंबित करने का एलान कर दिया. तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि मुकुल राय को छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित किया गया है. उन्होंने कहा कि राय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 26, 2017 9:45 AM
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य मुकुल राय ने सोमवार को जहां पार्टी पद छोड़ने की घोषणा की, वहीं तृणमूल ने उन्हें निलंबित करने का एलान कर दिया. तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि मुकुल राय को छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित किया गया है. उन्होंने कहा कि राय के पार्टी छोड़ने की खबर सामने आयी है.

पिछले कुछ वर्षों से वह (मुकुल राय) पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. वह दल में रहकर उसे कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे. लिहाजा तृणमूल की अनुशासनात्मक कमेटी ने उनके खिलाफ कदम उठाने के लिए सिफारिश की. तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी को यह सिफारिश भेजी गयी. इसके बाद राय को छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला लिया गया.

पार्थ चटर्जी का कहना था कि तृणमूल ने श्री राय को काफी कुछ दिया. तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने स्नेहवश ही उन्हें रेलमंत्री भी बनवाया था. उन्हें तृणमूल का राज्यसभा सदस्य और महासचिव तथा उपाध्यक्ष भी बनाया गया. उन्हें काफी मौका दिया गया. केंद्रीय संस्था (जांच एजेंसियां) के दबाव के आगे झुकते हुए अपनी योजना से वह पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे.
श्री राय के बयान कि दुर्गा पूजा के बाद वह राज्यसभा सदस्य पद से भी इस्तीफा दे देंगे और तृणमूल छोड़ने की वजह सार्वजनिक करेंगे, पर निशाना साधते हुए श्री चटर्जी ने कहा कि पूजा के नाम पर वह देरी क्यों कर रहे हैं? उन्हें जो कुछ कहना है वह अभी कह लें.इससे पहले मुकुल राय ने सोमवार को पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया. उनके पार्टी छोड़ने के कयास बहुत पहले से लगाये जा रहे थे. सोमवार को राय ने संवाददाता सम्मेलन कर इसकी औपचारिक घोषणा कर दी.
राय ने कहा कि वह अब खुद को तृणमूल कांग्रेस से अलग कर रहे हैं. वह पार्टी के सभी पदों से खुद को अलग कर रहे हैं. दुर्गापूजा के बाद वह राज्यसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा कि भारी मन से वह यह घोषणा कर रहे हैं कि वह तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और राज्यसभा की सदस्यता छोड़ देंगे. आगे की रणनीति के बारे राय ने कहा कि दुर्गापूजा के बाद वह इसका खुलासा करेंगे.
उल्लेखनीय है कि मुकुल राय यूपीए सरकार के दौरान रेल मंत्री रह चुके हैं. वह तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से रहे हैं. वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से पार्टी के साथ उनका तनावपूर्ण संबंध चल रहा था. कुछ दिन पहले तृणमूल कांग्रेस की कमेटी को पुनर्गठित किया गया और उनको हाल में तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया था.
भाजपा के संपर्क में होने की रही है चर्चा
गौरतलब है कि इधर कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी कि मुकुल राय भाजपा के संपर्क में हैं. वह भाजपा से जुड़ सकते हैं. जब राय से यह पूछा गया कि क्या वह भाजपा में जायेंगे, तो उन्होंने कहा : जो भी मुझे कहना है वह मैं दुर्गा पूजा के बाद कहूंगा. लेकिन मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि बंगाल के लोग दुर्गा पूजा के दौरान राजनीतिक विवाद पसंद नहीं करते. राय के भाजपा से जुड़ने की अटकलों के बीच भाजपा के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में कहा: मुकुल राय कोई भी निर्णय लेने को स्वतंत्र हैं. हमें उनसे अबतक कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. यदि कोई प्रस्ताव आता है तो हम उन पर कोई निर्णय लेने से पहले प्रदेश के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा: वह (मुकुल राय) एक बड़े नेता हैं. यदि वह हमसे संपर्क करते हैं तो हम सोचेंगे.

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