बंगाल में SC/ST और आदिवासियों का गणित, PM मोदी की पुरुलिया रैली के पीछे BJP का गेमप्लान जानते हैं?

Bengal Election Data 2021: बंगाल विधानसभा चुनाव का प्रचार तेज हो चुका है. बंगाल का चुनाव आठ चरणों में होगा और पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को है. इसके पहले सभी पार्टियों वोटर्स को अपने पाले में करने की फिराक में है. बंगाल चुनाव को देखें तो सभी पार्टियों की नजर मुस्लिम वोटर्स पर है. बंगाल में 30 फीसदी वोटर्स मुस्लिम हैं. इन्हें पश्चिम बंगाल के हर चुनाव में गेमचेंजर माना जाता है. दूसरी तरफ बीजेपी ने अपना ध्यान पश्चिम बंगाल के एससी और एसटी पर शिफ्ट कर दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2021 3:56 PM
  • मुस्लिम वोटबैंक से इतर SC/ST पर BJP का फोकस

  • पीएम मोदी की पुरुलिया रैली के पीछे बड़ा कारण

  • आदिवासी इलाके से पीएम मोदी की वोट साधने की कोशिश

Bengal Election Data 2021: बंगाल विधानसभा चुनाव का प्रचार तेज हो चुका है. बंगाल का चुनाव आठ चरणों में होगा और पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को है. इसके पहले सभी पार्टियां वोटर्स को अपने पाले में करने की फिराक में है. बंगाल चुनाव को देखें तो सभी पार्टियों की नजर मुस्लिम वोटर्स पर है. बंगाल में 30 फीसदी वोटर्स मुस्लिम हैं. इन्हें पश्चिम बंगाल के हर चुनाव में गेमचेंजर माना जाता है. दूसरी तरफ बीजेपी ने अपना ध्यान पश्चिम बंगाल के एससी और एसटी पर शिफ्ट कर दिया है.

Also Read: ‘मां, माटी, मानुष’ वाली CM के दिल में ‘ममता’ नहीं, PM मोदी ने पूछा- गरीबों का हक क्यों लूटा दीदी?
पश्चिम बंगाल में SC/ST वोटबैंक बड़ा गेमचेंजर

2011 के मुताबिक राज्य में एसटी की आबादी 52.90 लाख है. यह बंगाल की कुल आबादी की 5.8 फीसदी है. अनुसूचित जाति की आबादी 2.14 करोड़ है. लिहाजा बीजेपी एससी और एसटी वोटर्स को अपने पाले में करने की फिराक में हैं. गुरुवार को पीएम मोदी की पुरुलिया रैली को भी देखें तो उन्होंने टीएमसी और सीएम ममता बनर्जी पर गरीबों, आदिवासियों, एससी, एसटी को ठगने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि ममता बनर्जी को एससी, एसटी की फिक्र नहीं है. सरकार बनने पर बीजेपी के सोनार बांग्ला में एससी, एसटी को समुचित मान-सम्मान देने का भरोसा दिया.

पुरुलिया में पीएम मोदी की रैली का मतलब…

बंगाल चुनाव में एससी, एसटी की तरह आदिवासियों का रोल भी खास है. पीएम मोदी और ममता बनर्जी तक चुनावी मंच से आदिवासियों के कल्याण की बातें करते हैं. बीजेपी ने तो केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री और झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा को भी चुनाव प्रचार में उतार दिया है. पश्चिम बंगाल में आदिवासियों की सर्वाधिक आबादी दार्जिलिंग, पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, दक्षिण दिनाजपुर और पुरुलिया में है. यही कारण है कि पीएम मोदी के मिशन बंगाल पार्ट 2 का आगाज पुरुलिया से किया गया. पुरुलिया में पीएम मोदी ने भी अपने भाषण में आदिवासियों के कल्याण का जिक्र किया.

Also Read: Bengal Election 2021: टीएमसी ने बंगाल में माओवादियों की एक नयी नस्ल तैयार की जिसने जनता का पैसा लूटा, पुरुलिया की रैली में बोले पीएम मोदी
बंगाल विधानसभा में SC और ST की स्थिति…

बंगाल विधानसभा चुनाव को देखें तो राज्य में एसटी के लिए 16 सीटें आरक्षित हैं. जबकि, राज्य की कुल 294 में से 68 विधानसभा सीटें एससी के लिए रिजर्व रखी गई हैं. वहीं, एससी और एसटी का प्रभाव आरक्षित सीटों से भी ज्यादा है. बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बंगाल की कुल 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. उस चुनाव में बीजेपी के साथ एससी और एसटी वोट बैंक भी आए थे. लोकसभा चुनाव में मिले समर्थन के बाद बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में भी एससी, एसटी और आदिवासियों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है. अब सारी कोशिश का नतीजा 2 मई को पता चलेगा.

Next Article

Exit mobile version