कांग्रेस का उग्रवाद से है पुराना नाता, जनता वाकिफ
अलगाववादी नेता यासीन मलिक के उस हलफनामे ने राजनीति में भूचाल ला दिया है, जिसमें उसने कहा है कि उसने आइबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के कहने पर आतंकी हाफिज सईद से मुलाकात की थी.
संवाददाता, कोलकाता अलगाववादी नेता यासीन मलिक के उस हलफनामे ने राजनीति में भूचाल ला दिया है, जिसमें उसने कहा है कि उसने आइबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के कहने पर आतंकी हाफिज सईद से मुलाकात की थी. इस खुलासे से कांग्रेस पर गंभीर सवाल उठे हैं. भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस का उग्रवादी ताकतों से बहुत पहले से संबंध रहा है. इस देश में इतने बड़े पैमाने पर चरमपंथी गतिविधियां कांग्रेस की मदद के बिना कैसे हो सकती थीं? आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में आतंकवाद लगातार कमजोर हो रहा है. अब केवल कुछ ही जगहों पर ऐसी गतिविधियां हैं. कांग्रेस के राज में जो हालात थे, वैसा अब संभव नहीं है. सैम पित्रोदा की ओर से पाकिस्तान के समर्थन में टिप्पणी किये जाने पर कांग्रेस ने बचाव करते हुए उन्हें बुद्धिजीवी करार दिया. इस पर राहुल सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश के खिलाफ काम किया है और विपक्षी ताकत के रूप में कार्य किया है. यही कारण है कि कांग्रेस का लगातार पतन हो रहा है. भले ही कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा हो, लेकिन अब वह इतिहास का हिस्सा बनने की राह पर है.
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