फेल होने के डर से जान देनेवाली सुवर्णा पास
मालदा : गरीब परिवार की बेटी सुवर्णा मंडल (16) को परीक्षा के बाद से ही भय सता रहा था कि वह पास नहीं हो पायेगी. माध्यमिक का रिजल्ट आने के दिन, शनिवार की सुबह उसकी घबराहट इतनी बढ़ गयी कि उसने कीटनाशक पी लिया. उसी दिन रात में उसकी मालदा मेडिकल कॉलेज में मौत हो […]
मालदा : गरीब परिवार की बेटी सुवर्णा मंडल (16) को परीक्षा के बाद से ही भय सता रहा था कि वह पास नहीं हो पायेगी. माध्यमिक का रिजल्ट आने के दिन, शनिवार की सुबह उसकी घबराहट इतनी बढ़ गयी कि उसने कीटनाशक पी लिया. उसी दिन रात में उसकी मालदा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गयी. सबसे त्रासद यह रहा कि सुवर्णा पास हो गयी है. उसे 301 नंबर मिले हैं. लेकिन अपना रिजल्ट जानने के लिए अब वह इस दुनिया में नहीं है. यह घटना मालदा के गाजोल थाने के प्रांतपल्ली इलाके की है.
प्रांतपल्ली के रहनेवाले सुशांत मंडल पेशे से दरजी हैं. पत्नी प्रियबाला मंडल गृहवधू हैं. सुवर्णा उनकी इकलौती बेटी थी. उसने इस साल श्यामसुखी बालिका शिक्षा निकेतन से माध्यमिक परीक्षा दी थी. सुवर्णा का अच्छे से पढ़ाने-लिखाने की सुशांत हरसंभव कोशिश रहे थे.
शनिवार सुबह करीब आठ बजे सुवर्णा ने अचानक अपने कमरे में कीटनाशक पी लिया. चिंताजनक स्थिति में उसे मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया. शनिवार रात करीब 10 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
रविवार को इस घटना से गांव के लोग शोक-संतप्त हो उठे. मृत छात्रा के चाचा सुकुमार मंडल ने कहा कि भतीजी ने माध्यमिक परीक्षा खत्म होते ही बताया था कि भौतक विज्ञान का परचा अच्छा नहीं हुआ है. मैंने उसे समझाया था कि वह अच्छा रिजल्ट लायेगी. भतीजी पर इस बात को लेकर बहुत दबाव था कि उसके पिता इतना कष्ट करके उसे पढ़ा रहे हैं, कहीं रिजल्ट खराब न हो जाये. लेकिन वह आत्महत्या जैसा कदम उठा लेगी, हमने कभी सोचा नहीं था. उन्होंने कहा कि स्कूल से सुवर्णा के पास होने की खबर मिली, लेकिन यह खबर सुनने के लिए वह इस दुनिया में नहीं है.