चिटफंड कंपनी का निदेशक गिरफ्तार

महानगर के एक होटल से राज्य सरकार के डायरेक्टोरेट ऑफ इकोनॉमिक आॅफेंस की टीम ने दबोचा चिटफंड कंपनियों के खिलाफ नये विधेयक के तहत पहली गिरफ्तारी उम्रकैद तक हो सकती है सजा ज्यादा रिटर्न देने के नाम पर निवेशकों से वसूले 150 करोड़ कोलकाता : टफंड कंपनी खोलकर अधिक रिटर्न देने के नाम पर निवेशकों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 25, 2017 8:25 AM
महानगर के एक होटल से राज्य सरकार के डायरेक्टोरेट ऑफ इकोनॉमिक आॅफेंस की टीम ने दबोचा
चिटफंड कंपनियों के खिलाफ नये विधेयक के तहत पहली गिरफ्तारी
उम्रकैद तक हो सकती है सजा
ज्यादा रिटर्न देने के नाम पर निवेशकों से वसूले 150 करोड़
कोलकाता : टफंड कंपनी खोलकर अधिक रिटर्न देने के नाम पर निवेशकों से करोड़ों रुपये गबन करने के आरोप में राज्य सरकार के डायरेक्टोरेट ऑफ इकोनॉमिक आॅफेंस (डीइओ) की टीम ने महानगर के धर्मतल्ला इलाके के एक होटल से चिटफंड कंपनी ‘इक्विनॉक्स इंफ्राटेक लिमिटेड’ के एक निदेशक को गिरफ्तार किया है. अारोपी का नाम प्रशांत चक्रवर्ती है.
क्या है मामला : डीइओ में ओएसडी दिलीप अदक ने बताया कि इक्विनॉक्स इंफ्राटेक लिमिटेड के िखलाफ 15 फरवरी 2016 को जगदल थाने में शिकायत दर्ज हुई थी. उस समय प्रशांत के बेटे प्रतीक चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले की जांच अपने हाथ में लेते हुए शुक्रवार को धर्मतल्ला से प्रशांत को गिरफ्तार किया गया.
इस कंपनी के नाम पर निवेशकों से 150 करोड़ रुपये वसूल कर फरार होने का आरोप लगा है.प्राथमिक जांच में पता चला कि निवेशकों के रुपये से यह कंपनी झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व कर्नाटक में अपना व्यापार बढ़ाने के साथ ही वहां जमीन खरीद कर अपनी प्रॉपर्टी बढ़ा रही थी. अब कोर्ट की इजाजत लेकर इस कंपनी की संपत्ति कुर्क कर उसे नीलाम कर निवेशकों के रुपये लौटाने का प्रयास किया जा रहा है.
कैसे हो रही कार्रवाई : चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत राज्य सरकार ने वर्ष 2013 में वेस्ट बंगाल प्रोटेक्शन ऑफ इंट्रेस्ट ऑफ द डिपोजिटर इन फाइनेंशियल इस्टैबलिशमेंट एक्ट 2013 बिल बनाया गया था. यह विधानसभा में 25 मार्च, 2015 को पास हुआ. 14 मई 2015 को गैजेट नोटिफिकेशन के बाद इस एक्ट के तहत शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हुई. इस बिल की धारा तीन के तहत यदि कोई चिटफंड कंपनी निवेशकों के रुपये नहीं लौटाती है, तो उसके निदेशकों के खिलाफ डीइओ की टीम एफआइआर दर्ज करेगी. फिर उस कंपनी के सभी निदेशकों को गिरफ्तार कर संपत्तियों को जब्त उनकी नीलामी से निवे‍शकों के रुपये लौटा दिये जायेंगे.
अलकेमिस्ट के निदेशकों के खिलाफ डीइओ कस रहा शिकंजा
दिलीप अदक ने बताया कि डायरेक्टोरेट ऑफ इकोनॉमिक आॅफेंस (डीइओ) की टीम मौजूदा समय में कुल सात चिटफंड कंपनियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इन कंपनियों में अलकेमिस्ट टाउनशीप प्राइवेट लिमिटेड, आइकोर ज्वेलरी एंड जेम्स प्राइवेट लिमिटेड, सेनको ज्वेलरी पैलेस आभूषण प्राइवेट लिमिटेड, रिश्ता फिशरिज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, इक्विनॉक्स इंफ्राटेक लिमिटेड, रोजवैली ग्रुप और एक अन्य कंपनी व इससे जुड़ीं अन्य अनुषंगी इकाइयों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की गयी है.
रिश्ता फिशरिज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की चार प्रॉपर्टी सील
दिलीप अदक ने बताया कि रिश्ता फिशरिज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी की चार प्रॉपर्टी अब तक सील कर दी गयी है. अदालत में इन प्रॉपर्टी को नीलाम कर निवेशकों के रुपये लौटाने के लिए आवेदन किया जा चुका है. डायमंड हार्बर के रामनगर थाने में इस कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी थी. इसके बाद कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गयी.

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