ज्वाइंट काउंसिल ऑफ ऑल ह्विकल यूनियन में दरार
बस, मिनी बस, बंगाल टैक्सी एसोसिएशन व लग्जरी टैक्सी एसोसिएशन ने अलग-अलग किया प्रदर्शन कोलकाता : बस, मिनी बस, टैक्सी व लग्जरी टैक्सी का किराया बढ़ाने की मांग को लेकर इससे संबंधित सभी यूनियनों ने ज्वाइंट काउंसिल ऑफ ऑल ह्विकल यूनियन का गठन किया था और इस संयुक्त यूनियन के बैनर तले सभी यूनियनें मिल […]
बस, मिनी बस, बंगाल टैक्सी एसोसिएशन व लग्जरी टैक्सी एसोसिएशन ने अलग-अलग किया प्रदर्शन
कोलकाता : बस, मिनी बस, टैक्सी व लग्जरी टैक्सी का किराया बढ़ाने की मांग को लेकर इससे संबंधित सभी यूनियनों ने ज्वाइंट काउंसिल ऑफ ऑल ह्विकल यूनियन का गठन किया था और इस संयुक्त यूनियन के बैनर तले सभी यूनियनें मिल कर किराया बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार को राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपनेवाली थीं. इसके लिए सभी यूनियनों के प्रतिनिधि वहां पहुंचे भी थे, लेकिन वहां अचानक नजारा ही बदल गया और सभी यूनियनों के बीच दरार पड़ गयी.
मंगलवार को यहां सभी यूनियनें मिल कर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर परिवहन सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के माध्यम से परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी को ज्ञापन सौंपनेवाली थीं, लेकिन वहां बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के महासचिव विमल गुहा के नेतृत्व में उनके संगठन के सदस्य अभिनव तरीके से विरोध प्रदर्शन करने लगे और वहां सांकेतिक रूप से सब्जी बेचना शुरू कर दिया.
इस प्रकार के प्रदर्शन की जानकारी संयुक्त फोरम की अन्य यूनियनों के प्रतिनिधियों के पास नहीं थी. इस संबंध में वेस्ट बंगाल लग्जरी टैक्सी एसोसिएशन के महासचिव शंकर घोष (सुब्रत) ने बताया कि आज सभी यूनियनों ने मिल कर सिर्फ ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम बनाया था. अचानक इस प्रकार के प्रदर्शन की सूचना उनके पास नहीं थी. उन्होंने कहा कि वह प्रदर्शन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जब संयुक्त फोरम के तहत कार्रवाई की जा रही है, तो किसी भी यूनियन के व्यक्तिगत प्रदर्शन से उनका कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि मंगलवार को उनकी यूनियन के नेताओं ने परिवहन विभाग के सचिव से मुलाकात नहीं की. जबकि, बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के महासचिव अपनी मांगों को लेकर परिवहन सचिव के पास पहुंचे.
किराया बढ़ाने की मांग को लेकर परिवहन सचिव ने उनसे परिवहन मंत्री से बात करने का परामर्श दिया, लेकिन वह मंत्री से मिलने नहीं गये. वहीं, इस संबंध में ऑल बंगाल बस व मिनी बस वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव राहुल चटर्जी ने कहा कि अगर सभी यूनियनें एक साथ मिल कर आंदोलन करती हैं, तो इससे राज्य सरकार पर गहरा प्रभाव पड़ेगा और उनकी आवाज को सुना भी जाये. उन्होंने कहा कि सभी यूनियनों को फिर से एक साथ एक बैनर के नीचे लाने का प्रयास किया जायेगा.