राज्यों के धन में कटौती, पर पीएम के सूट पर हो रहा भारी खर्च : ममता

कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि वह राज्य की परियोजनाओं का पैसा रोक कर या उसमें कटौती करके धन बचाने की कोशिश कर रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सूट पर बड़ी राशि खर्च कर दी गयी. उन्होंने कहा : […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 27, 2016 1:56 AM
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि वह राज्य की परियोजनाओं का पैसा रोक कर या उसमें कटौती करके धन बचाने की कोशिश कर रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सूट पर बड़ी राशि खर्च कर दी गयी.
उन्होंने कहा : नरेंद्र मोदी सरकार ने विभिन्न राज्य सरकारों की परियोजनाओं का पैसा या तो रोक दिया है या उसमें कटौती कर दी है. वह धन बचाने की कोशिश कर रहे हैं. आप किसके लिए पैसा बचायेंगे? क्या आप कोट के लिए पैसा बचाना चाहते हैं और गिनीज बुक में नाम दर्ज कराना चाहते हैं?’ तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा : आप अच्छे काम के लिए गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं, लेकिन कल्पना कीजिए कि लोग केवल कोट की सिलाई की वजह से ऐसा कर रहे हैं.

मोदी ने पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात के दौरान अपने नाम की कढाई वाला जो सूट पहना था उसे नीलामी में सबसे अधिक कीमत पर बेचे गये सूट के तौर पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है. इस पर विपक्ष की ओर से आलोचना शुरू हो गयी. खबरों के मुताबिक सूट 10 लाख रुपये में तैयार हुआ था और 11 लाख रुपये के आधार मूल्य पर इसकी नीलामी की गयी. सूट की नीलामी से मिली राशि को केंद्र सरकार के स्वच्छ गंगा मिशन में दिया गया है. इसके बाद ममता ने केंद्र सरकार के इस नियम की आलोचना की कि अगर छात्रों के पास आधार कार्ड नहीं है तो उन्हें छात्रवृत्ति या अन्य फायदे नहीं मिलेंगे. ममता ने कहा : इसे रोकने वाले वे कौन होते हैं? सरकार को समझना चाहिए कि हम किसी की दया पर सत्ता में नहीं आये हैं. केंद्र का अपना अधिकार क्षेत्र होता है और राज्य का अपना. केंद्र को राज्य के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सकारात्मक मुद्दों पर हमेशा केंद्र को सहयोग दिया लेकिन केंद्र की ओर से कभी ऐसा सहयोग नहीं मिला.

मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार पर ठीक से काम करने के बजाय विज्ञापन देने में अधिक दिलचस्पी रखने का आरोप लगाया. ममता ने बीएसएफ द्वारा कथित तौर पर ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन की नारायणी सेना को प्रशिक्षण दिये जाने के संदर्भ में भी बात की और केंद्र पर बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा : कल्पना कीजिए कि बीएसएफ ऐसे लोगों को प्रशिक्षण दे रहा है, जो देश और राज्य को तोड़ना चाहते हैं. एक सांसद (भाजपा के) केंद्र को उनके (नारायणी सेना के) पक्ष में पत्र लिख रहे हैं और कह रहे हैं कि उसे भारतीय सेना में शामिल किया जाये. उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हर घर में जाकर गायों की गिनती कर रहे हैं. हम इस तरह की चीजें बर्दाश्त नहीं करेंगे. बीएसएफ ने आरोपों को ‘बेबुनियाद’ बता कर खारिज कर दिया है.

केंद्र को ममता ने दिया अल्टीमेटम
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर संघीय ढांचे का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मौके पर धर्मतल्ला में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को राज्यों के मामले में हस्तक्षेप करना बंद करना होगा. इसके लिए मैं केंद्र सरकार को तीन महीने का वक्त दिया है. यदि निर्धारित समयसीमा के अंदर ऐसा नहीं हुआ तो दिल्ली चलो अभियान शुरू करूंगी. बंगाल से हजारों लोगों को ट्रेन से दिल्ली लेकर जाऊंगी. वहां आंदोलन करूंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज होने के बारे में कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग अच्छे काम करते हैं, उनका नाम रिकार्ड में दर्ज होता है. जनविरोधी कार्य करनेवालों का नाम किसी रिकार्ड में दर्ज नहीं होता. केंद्र सरकार द्वारा स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता के खिलाफ उन्होंने छात्रों को आंदोलन करने की अपील की. उन्होंने छात्रों से कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ वह आंदोलन करें, तृणमूल सरकार उनके साथ हैं. इस प्रकार से छात्रों को केंद्र सरकार के जनविरोधी नीति के खिलाफ खड़े होने की अपील की.

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