अधूरी रह गई महाश्वेता देवी की जीवनी

कोलकाता : अपने लंबे साहित्यिक सफर में सैकड़ों सुंदर रचनाओं के माध्यम से लोगों के दिलों को छूने वाली विख्यात लेखिका महाश्वेता देवी खुद अपनी वो कहानी पूरी नहीं कर सकी जिसमें वह उस मानसिक पीड़ा का जिक्र करने वाली थीं जिससे वह तलाक के बाद गुजरी थीं. महाश्वेता देवी के साथ लंबे समय तक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 28, 2016 9:42 PM

कोलकाता : अपने लंबे साहित्यिक सफर में सैकड़ों सुंदर रचनाओं के माध्यम से लोगों के दिलों को छूने वाली विख्यात लेखिका महाश्वेता देवी खुद अपनी वो कहानी पूरी नहीं कर सकी जिसमें वह उस मानसिक पीड़ा का जिक्र करने वाली थीं जिससे वह तलाक के बाद गुजरी थीं.

महाश्वेता देवी के साथ लंबे समय तक जुड़े रहे डॉक्यूमेंटरी फिल्मकार जोसी जोसेफ ने कहा कि 2007 में नंदीग्राम में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ हिंसा के बाद इस मशहूर लेखिका ने अपनी जीवनी लिखनी शुरू की थी.

जोसेफ ने कहा, ‘‘उन्होंने आधा संस्मरण चार साल पहले पूरा कर लिया था लेकिन मकान बदलने और अपने एक पुराने साथी के साथ दिक्कत के बाद वह इसे खो बैठीं. उनकी यह जीवनी अब तक अधूरी है और हम नहीं जानते कि यह बेशकीमती रचना कहां पड़ी हुई है.” उन्होंने कहा कि जीवनी पूरी करने के लिए महाश्वेता देवी को मनाया गया लेकिन यह नहीं हो पाया.

महाश्वेता देवी ने जानेमाने नाटककार बिजोन भट्टाचार्य से शादी की थी. भट्टाचार्य ‘इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन’ (इपटा) के संस्थापक सदस्य थे. बेटे नवअरुण के जन्म के बाद दोनों 1962 में अलग हो गए. लेखिका के करीबी लोगों का कहना है कि पति से अलग होने के बाद महाश्वेता देवी को मानसिक पीड़ा और वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा. जोसेफ ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इस जीवनी को छोड़कर उनकी कोई अन्य रचना होगी जो प्रकाशित नहीं हुई.”

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