अपराध: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, दस्तावेज संग एक गिरफ्तार

कोलकाता: रेलवे सुरक्षा बल (हावड़ा) के क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच की टीम ने शुक्रवार को हावड़ा के किंग्स रोड स्थित एक होटल में छापेमारी कर एक व्यक्ति को रेलवे के फरजी नियुक्ति पत्र और दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार व्यक्ति का नाम अभिषेक कुमार ऊर्फ रिंकू (29) है. उस पर रेलवे में नौकरी दिलाने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2016 1:31 AM
कोलकाता: रेलवे सुरक्षा बल (हावड़ा) के क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच की टीम ने शुक्रवार को हावड़ा के किंग्स रोड स्थित एक होटल में छापेमारी कर एक व्यक्ति को रेलवे के फरजी नियुक्ति पत्र और दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार व्यक्ति का नाम अभिषेक कुमार ऊर्फ रिंकू (29) है. उस पर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों को ठगने का आरोप है.

रेलवे में टिकट कलेक्टर (टीसी) की नौकरी दिलाने के नाम पर वह 10-10 लाख रुपये लेता था. होटल में छापेमारी के दौरान सीआइबी की टीम ने रेलवे के जाली नियुक्ति पत्र, आरआरबी के प्रवेश पत्र के साथ रिजल्ट भी बरामद किये हैं. आरोपी के पास से उत्तर प्रदेश पुलिस का नियुक्ति पत्र भी बरामद किया गया है.

आरपीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के बलुआ थाना अंतर्गत एककला गांव का रहनेवाला है. एक युवक सुनील सिंह की शिकायत पर उसे गिरफ्तार किया गया. सुनील उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के तिहानी थाना अंतर्गत यादवडेरा गांव का निवासी है. सुनील ने बताया कि दलाल ने जो नियुक्ति पत्र दिया था, उसके अनुसार उसे 17 जून को टीसी के पद पर नियुक्त होना था. इसी कारण वह एक महीने से हावड़ा में ठहरा था. सुनील ने बताया कि जब वह 17 जून को ज्वाइन नहीं कर पाया, तो उसे शक हुआ कि कहीं वह किसी दलाल के चक्कर में तो नहीं फंस गया. उसने 20 जून को इसकी जानकारी आरपीएफ हावड़ा-1 के सीआइबी के इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार सिंह को दी. घटना की जानकारी होते ही सीआइबी की टीम सक्रिय हुई और शुक्रवार सुबह 7.30 बजे हावड़ा के किंग्स रोड स्थित एसी बैंक्वेट होटल में छापेमारी कर उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
आरपीएफ इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार ने बताया कि अभिषेक ने सुनील के साथ गाजीपुर के नक्शर गांव निवासी मणिशंकर राय, गाजीपुर के दिलदारनगर निवासी मो अरसद खान और सोनभद्र निवासी शिव कुमार को भी नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे रुपये लिये थे. उसने सुनील से 1.40 लाख, मणिशंकर राय से 20 हजार, मो अरसद से 25 हजार और शिव कुमार से 1.50 लाख रुपये नियुक्ति पत्र देने के एवज में लिये थे. दलाल अभिषेक ने कहा था कि नौकरी लगने के बाद बाकी पैसे देने होंगे.

इसके बदले उसने चारों का 10वीं, 12वीं और स्नातक का रिजल्ट बंधक के रूप में अपने पास रखा था. अभियान में इंस्पेक्टर एके सिंह, एएसआइ पी कुमार, अमल मजूमदार, विपीन बिहारी सिंह, जयशंकर राय, बबलू प्रसाद, अमर घोष, सुजीत घोष, अरूप मांझी और टीके दास थे.

Next Article

Exit mobile version