लोगों ने देखा सूर्य के चारों ओर दुर्लभ वलय

कोलकाता : महानगर व आस-पास के जिलों में शनिवार दोपहर में सूर्य के चारों ओर एक लाल और एक नीला वलय देखा गया, जिसे ‘22 डिग्री सर्कुलर हलो’ के नाम से जाना जाता है. दोपहर 12:10 बजे से 12:40 बजे के बीच यह घटनाक्रम देखा गया, जब शहर में विधानसभा चुनाव के आखिरी से पहले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 1, 2016 7:17 AM
कोलकाता : महानगर व आस-पास के जिलों में शनिवार दोपहर में सूर्य के चारों ओर एक लाल और एक नीला वलय देखा गया, जिसे ‘22 डिग्री सर्कुलर हलो’ के नाम से जाना जाता है. दोपहर 12:10 बजे से 12:40 बजे के बीच यह घटनाक्रम देखा गया, जब शहर में विधानसभा चुनाव के आखिरी से पहले और पांचवें चरण के तहत मतदान हो रहा था. एमपी बिड़ला प्लेनेटोरियम में एक वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता ने इस संबंध में कहा कि इस घटना को सूर्य या कुछ मौकों पर चंद्रमा का ‘22 डिग्री सर्कुलर हलो’ कहा जाता है. ऐसा तब होता है जब सूर्य या चंद्रमा की किरणें बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ क्रिस्टलों से अपवर्तित हो जाती हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह के बादल सामान्य तौर पर तब बनते हैं जब पृथ्वी की सतह से पांच से दस किलोमीटर उंचाई पर जलवाष्प बर्फ के क्रिस्टलों में जम जाती है. अनुसंधानकर्ता ने कहा कि ठंडे देशों में यह आम घटनाक्रम है. लेकिन हमारे देशों में यह दुर्लभ है और इसका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. सूर्य के चारों ओर लाल और नीले वलय करीब 30 मिनट तक देखे गये. इससे पहले यह घटनाक्रम अप्रैल 2013 में शहर के उपनगरों में दिखाई दिया था. इसके बाद तूफान आने की आशंका होती है.
इस खगोलीय दृश्य को देख कर हावड़ा के संध्याबाजार के पास दो छात्र जीटी रोड पर खड़े होकर मोबाइल से फोटो लेने लगे, तभी तेज गति से आ रही एक आटो से वे घायल हो गए. घायल छात्रों के नाम विनीत जैन और श्याम जोशी है. वे स्थानीय एक अंग्रेजी विद्यालय के छात्र बताए जाते हैं. दोनों को स्थानीय एक क्लीनिक में प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया.

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