संदिग्ध हालात में मेयर के साले का शव मिला

जलपाईगुड़ी: कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चटर्जी के साले देवाशीष दास (45) का शव बिहार के बारसई स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया. इस घटना से मालबाजार शहर में सनसनी फैल गयी. देवाशीष दास कोलकाता के महेशतला नगरपालिका के चेयरमैन दुलाल दास व महेशतला की विधायक कस्तूरी दास के बेटे थे. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 26, 2015 6:46 AM
जलपाईगुड़ी: कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चटर्जी के साले देवाशीष दास (45) का शव बिहार के बारसई स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया. इस घटना से मालबाजार शहर में सनसनी फैल गयी. देवाशीष दास कोलकाता के महेशतला नगरपालिका के चेयरमैन दुलाल दास व महेशतला की विधायक कस्तूरी दास के बेटे थे.

रविवार सुबह बेटे की मौत की खबर पाकर मालबाजार के तेशिमला रिसोर्ट से उनके माता-पिता व शोभन चटर्जी की पत्नी समेत सभी लोग बारसोई के लिए रवाना हो गये. देवाशीष के परिवार का कहना है कि ट्रेन से गिर कर देवाशीष की मौत हुई है. जबकि देवाशीष की रहस्यमयी मौत को लेकर बारसोई की रेलवे पुलिस छानबीन कर रही है. कटिहार रेलवे पुलिस सूत्रों के अनुसार, देवाशीष दास की मौत का कारण जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.

साथ ही वह कौन सी ट्रेन के यात्री थे, इसका पता लगाया जा रहा है. देवाशीष कोलकाता के महेशतला इलाके के रहनेवाले थे. मालबाजार बस स्टैंड के विपरीत में उन्होंने कस्तुरी नामक एक होटल खोला था. तेशिमला में उनका एक रिसॉर्ट भी था. इसके अलावा मालबाजार के एक पेट्रोल पंप के मालिक भी वह हैं. कस्तुरी होटल के मैनेजर महादेव दास ने बताया कि दो दिन पहले देवाशीष कोलकता में अपने घर गये थे. शनिवार को फिर कोलकाता से दार्जिलिंग मेल से मालबाजार आ रहे थे. रविवार सुबह बारसोई स्टेशन पर उनका शव मिला.

बिहार के कटिहार जिले के जीआरपी एसपी द्वीपेंद्र मिश्र ने बताया कि रविवार सुबह सात बजे के आसपास बारसई स्टेशन के दो नंबर प्लेटफॉर्म से सटे रेलवे ट्रैक पर एक शख्स का शव पड़े देखा गया. शव की जेब से मिले मतदाता पहचान पत्र व फोन नंबर के माध्यम से उसकी शिनाख्त की गयी व मालबाजार स्थित कस्तुरी होटल में खबर दी गयी. उसके शरीर के विभिन्न जगहों में चोट के निशान मिले हैं. प्राथमिक जांच के आधार उन्होंने बताया कि भारी किसी चीज से चोट पाने पर इस तरह की मल्टी इंज्यूरी होती है. ट्रेन से गिर मौत हुई या नहीं व शरीर में इतने चोट कैसे आयी, यह जानने केलिए शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.

उन्होंने यह भी बताया कि जब देवाशीष का शव मिला तब न्यू जलपाईगुड़ी दार्जिलिंग मेल निकल जाने का समय था. उसके पास से ट्रेन का टिकट नहीं मिलने के कारण इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही है कि वह कौन सी ट्रेन से लौट रहे थे. फिर भी सियालदह से न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाली सभी ट्रेनों की आरक्षित यात्रियों की सूची की जांच की जा रही है.

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