टैक्सी चालकों की समस्या व हड़ताल के मुद्दे पर बैठक, अपनी मांगों पर अड़े टैक्सी संगठन

कोलकाता: चालकों की समस्याओं, समाधान व 28 जनवरी को 24 घंटे टैक्सी हड़ताल को लेकर एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरटेर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी की अहम बैठक हुई. बैठक रविवार को प्रदेश एटक के कार्यालय में हुई. बैठक में काफी संख्या में टैक्सी चालक भी मौजूद रहे. बैठक का नेतृत्व एटक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 26, 2015 6:44 AM
कोलकाता: चालकों की समस्याओं, समाधान व 28 जनवरी को 24 घंटे टैक्सी हड़ताल को लेकर एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरटेर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी की अहम बैठक हुई. बैठक रविवार को प्रदेश एटक के कार्यालय में हुई.

बैठक में काफी संख्या में टैक्सी चालक भी मौजूद रहे. बैठक का नेतृत्व एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरटेर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने किया, जबकि इस मौके पर एकराम खान, मोहम्मद मुश्ताक, अवनीश शर्मा, प्रवीर दास समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे.

कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरटेर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में टैक्सी हड़ताल के मसले पर चर्चा की गयी. साथ ही प्रचार अभियान को और तेज किये जाने का आह्वान किया गया है. टैक्सी चालकों को हैंडबिल बांटी जा रही है. जिसमें एटक समर्थित टैक्सी संगठनों द्वारा किये गये विगत आंदोलन, चालकों की 11 सूत्री मांगें और राज्य सरकार के उदासीन रवैये का उल्लेख भी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के उदासीन रवैये के कारण ही चालक आंदोलन को मजबूर हुए हैं. टैक्सी हड़ताल को ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन, बीएमएस और एटक ने हड़ताल का समर्थन किया है.
उन्होंने कहा हड़ताल के दौरान लालबाजार अभियान के तहत 28 जनवरी को अपराह्न एक बजे सुबोध मल्लिक स्क्वायर में टैक्सी चालकों की जमायत होगी. वहां से रैली लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय के निकट समाप्त होगी. उक्त रैली में समस्त टैक्सी चालकों को शामिल होने का आह्वान किया गया है. एटक समर्थित टैक्सी संगठन चालकों की 11 सूत्री मांगों के लिए अडिग हैं. इन मांगों में टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर गैर कानूनी तरीके से तीन से पांच हजार रुपये जुर्माना वसूलना बंद करना, टैक्सी का न्यूनतम किराया 25 रुपये से बढ़ा कर 35 रुपये निर्धारित करना, नो पार्किग व ट्रैफिक सिगनल उल्लंघन के नाम पर टैक्सी चालकों को परेशान करना बंद करना, टैक्सी चालकों के लिए शौचालय की व्यवस्था व 120 टैक्सी स्टैंड बनाया जाना प्रमुख है. जब तक 11 सूत्री मांगें पूरी नहीं होती तब तक टैक्सी चालकों का आंदोलन जारी रहेगा.

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