दुर्गा पूजा के लिए अपने पैतृक गांव पहुंचे राष्ट्रपति

सामाजिक त्योहार है दुर्गा पूजा बीरभूम/ किरणाहर. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को अपने पैतृक गांव किरणाहर पहुंचने के बाद कहा कि दुर्गा पूजा न सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम है, बल्कि यह एक सामाजिक त्योहार भी है. उन्होंने कहा : इस अवसर पर सबको मेरी तरफ से शुभकामना है और मैं सबको अपने घर पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 1, 2014 3:32 AM

सामाजिक त्योहार है दुर्गा पूजा

बीरभूम/ किरणाहर. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को अपने पैतृक गांव किरणाहर पहुंचने के बाद कहा कि दुर्गा पूजा न सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम है, बल्कि यह एक सामाजिक त्योहार भी है. उन्होंने कहा : इस अवसर पर सबको मेरी तरफ से शुभकामना है और मैं सबको अपने घर पर त्योहार के लिए सादर आमंत्रित करता हूं.

अस्थायी हेलीपैड से श्री मुखर्जी बीरभूम जिले में किरणाहर में अपनी बड़ी बहन अन्नपूर्णा बनर्जी के घर पहुंचे. पिछले वर्षो की ही तरह इस बार भी श्री मुखर्जी, मिराती स्थित अपने पैतृक घर पर पूजा करेंगे. देश का राष्ट्रपति बनने के बाद से श्री मुखर्जी के लिए यह तीसरी दुर्गा पूजा है. कांग्रेस सांसद और राष्ट्रपति के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि यह पूजा सिर्फ हमारे परिवार तक सीमित नहीं है. यह निस्संदेह परिवार के लिए बहुप्रतीक्षित इकट्ठा होने का मौका है, लेकिन आम लोग स्वत: इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं.

अभिजीत ने कहा कि उस रूप में यह सामाजिक मिलन का मौका है और सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं है. मेरे पिता अवसर पर समाज के विभिन्न तबके के लोगों से मिलते हैं. गौरतलब है कि दो अक्तूबर को राष्ट्रपति किरणाहर शिव चंद्र उच्च विद्यालय में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की तसवीरों पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. इसी विद्यालय में श्री मुखर्जी ने पढ़ाई की थी. इस दिन वह इस स्कूल के बच्चों को ‘स्वच्छ भारत अभियान’ नामक स्वच्छता अभियान पर झंडी दिखा कर रवाना करेंगे.

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