एसएसकेएम : घायल दोनों छात्रों की हालत अब भी गंभीर, अगले 72 घंटे बेहद अहम

कोलकाता : पूलकार दुर्घटना में घायल दो बच्चों की हालत अभी भी बेहद गंभीर बनी हुई है. चिकित्सकों के अनुसार बच्चों के लिए अगले 72 घंटे काफी महत्वपूर्ण हैं. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी रविवार शाम एसएसकेएम (पीजी) पहुंच कर दोनों बच्चों के अभिभावकों व चिकित्सकों से मुलाकत की. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ऋषभ सिंह को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2020 6:46 AM

कोलकाता : पूलकार दुर्घटना में घायल दो बच्चों की हालत अभी भी बेहद गंभीर बनी हुई है. चिकित्सकों के अनुसार बच्चों के लिए अगले 72 घंटे काफी महत्वपूर्ण हैं. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी रविवार शाम एसएसकेएम (पीजी) पहुंच कर दोनों बच्चों के अभिभावकों व चिकित्सकों से मुलाकत की.

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ऋषभ सिंह को एसएसकेएम (पीजी) के कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर साइसेंस (सीटीवीएस) विभाग में रखा गया है, जबकि दीपांशु भगत (7) की चिकित्सा पीजी की ट्रॉमा केयर यूनिट में चल रही है.
अस्पताल प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपांशु की हालत में थोड़ी सुधार हुई है. हालांकि बच्चे अब भी खतरे से बाहर नहीं हैं. सेंट्रल लाइन तकनीक से दीपांशु के शरीर में दवा पहुंचायी जा रही है. खाल का गंदा पानी शरीर में प्रवेश कर जाने की वजह से उसके फेफड़ों में संक्रमण हो सकता है.
गंदा पानी को निकालने के लिए श्वास नली में छेद कर एक पाइप डाली गयी है. वहीं, गंदा पानी से उसके फेफड़ों को संक्रमण हुआ है या नहीं इसे समझने के लिए दीपांशु का चेस्ट एक्सरे कराया गया. वहीं, ऋषभ सिंह की स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है. एक्सट्रॉकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (इसीएमओ) तकनीक से बच्चे की इलाज की जा रही है.
गौरतलब है कि यह एक ऐसा उपचार है, जिसमें एक विशेष तरह के पंप के जरिये व एक कृत्रिम फेफड़े के माध्यम से एक बहुत बीमार बच्चे के शरीर में रक्तप्रवाह संचालित रखा जाता है. यह प्रणाली बीमारी बच्चे के हार्ट-लंग सक्रिय रखने में मदद रखता है.
शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी रविवार शाम पीजी पहुंच कर ऋषभ सिंह व दीपांशु भगत के माता-पिता से मुलकात की. मंत्री ने कहा कि बच्चों की सेहत में सुधार हो रहा है. लेकिन अभी भी चिकित्सक खतरे के बाहर नहीं बता रहे हैं.
इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा पोलबा की घटना के बाद सभी स्कूल प्रशासन को सचेत रहने के जरूर है. इसके साथ स्कूल प्रशासन पूलकार चालकों के फोटो के साथ पूरा डिटेल अपने पास रखें. श्री चटर्जी ने कहा कि पूरे विषय को लेकर उन्होंने शिक्षा सचिव से भी बात की है, ताकि इस पर अमल हो सके.

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