अंतिम संस्कार और श्राद्ध के बाद जिंदा लौटे भूषण चंद्र पाल

उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी की घटना दो माह पहले हुए थे लापता, दूसरे के शव की पहचान कर हुआ था अंतिम संस्कार कोलकाता : बेहद चौंका देने वाले एक मामले में एक बुजुर्ग अपने ही अंतिम संस्कार और श्राद्ध के बाद घर लौट आये. घटना उत्तर 24 परगना के नैहाटी की है. दरअसल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 16, 2020 3:25 AM

उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी की घटना

दो माह पहले हुए थे लापता, दूसरे के शव की पहचान कर हुआ था अंतिम संस्कार
कोलकाता : बेहद चौंका देने वाले एक मामले में एक बुजुर्ग अपने ही अंतिम संस्कार और श्राद्ध के बाद घर लौट आये. घटना उत्तर 24 परगना के नैहाटी की है. दरअसल दिसंबर महीने में भूषण चंद्र पाल (70) लापता हो गये थे. बाद में नैहाटी थाने की पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति के शव को घरवालों को दिखाया था. घरवालों ने उसकी भूषण चंद्र पाल के तौर पर शिनाख्त की. गत 16 जनवरी को शव का गरीफा रामघाट श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. इसके बाद घरवालों ने श्राद्ध भी किया.
हालांकि घरवाले उस वक्त हैरत में पड़ गये जब नैहाटी के पुणानंद पल्ली के साहेब कालोनी स्थित उनके घर में शुक्रवार देर रात अचानक भूषण चंद्र पाल पहुंच गये. उन्हें देख कर परिवार वाले पहले तो डर गये, फिर उन्हें यकीन ही नहीं हुआ.
धीरे-धीरे उन्हें विश्वास हो गया कि वही भूषण चंद्र पाल हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक भूषण चंद्र पाल के लापता होने की शिकायत गत वर्ष 10 दिसंबर को नैहाटी थाने में घरवालों ने दर्ज करायी थी. दरअसल वह गलती से ट्रेन से दिल्ली चले गये थे. काफी खोजबीन के बाद भी पता नहीं चलने पर नैहाटी थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी. कुछ दिनोेंं बाद नैहाटी थाने की पुलिस ने एक अज्ञात शव बरामद किया.
परिवारवालों ने उसकी पहचान भूषण चंद्र पाल के रूप में की और फिर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया था. इधर नैहाटी नगरपालिका के पार्षद सनत दे ने कहा कि भूषण चंद्र पाल मानसिक तौर पर बीमार हैं. परिवारवालों ने गलती से एक दूसरे के शव का अंतिम संस्कार कर श्राद्ध भी कर दिया. वृद्ध के घर में उनके भाई व उनका पूरा परिवार है. उनका अपना बेटा बेंगलुरु में रहता है.

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