सर्दी-जुकाम होने पर दहशत में न आयें लोग : स्वास्थ्य विभाग

अब तक कोरोना वायरस के पूरे देश में दो मामले कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर पश्चिम बंगाल जांच कर रहे चिकित्सकों के लिए एन95 मास्क पहनना जरूरी कोलकाता : कोरोना वायरस के लिए जो निर्देश जारी किया गया है. उसमें लक्षणों में सर्दी- जुकाम भी एक है, लेकिन सिर्फ और सिर्फ सर्दी-जुकाम होने से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 4, 2020 1:43 AM

अब तक कोरोना वायरस के पूरे देश में दो मामले

कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर पश्चिम बंगाल
जांच कर रहे चिकित्सकों के लिए एन95 मास्क पहनना जरूरी
कोलकाता : कोरोना वायरस के लिए जो निर्देश जारी किया गया है. उसमें लक्षणों में सर्दी- जुकाम भी एक है, लेकिन सिर्फ और सिर्फ सर्दी-जुकाम होने से यह मानना कि कोरोना वायरस का अटैक है. यह बिल्कुल निराधार है, क्योंकि मौसम में बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम होना स्वाभाविक है. इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है. उक्त बातें राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक प्रो. डॉ अजय चक्रवर्ती ने कहीं.
उन्होंने कहा कि पूरे देश में अब तक इस वायरस के संक्रमण दो ही मामले सामने आये हैं.
हालांकि चार लोगों को संदिग्ध अवस्था में बेलियाघाटा आइडी हॉस्पिटल भर्ती कराया गया. इनमें एक कोलकाता के गांगुली बागान व एक नैहाटी का रहनेवाला है. दोनों 23 जनवरी को चीन से भारत लौटे हैं, जबकि अन्य दो अमेरिका व थाइलैंड निवासी हैं. हाल के दिनों में बेलियाघाटा अस्पताल में सर्दी-जुकाम को लेकर पहुंचनेवाले मरीजों की लंबी लाइन है. ये मरीज चिकित्सकों से जांच करने का निवेदन भी कर रहें हैं. इससे पता चलता है कि लोग इस वायरस को लेकर सचेत व जागरूक हैं. आवश्यकता है सावधानी बरतने की.
डॉ चक्रवर्ती ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सकों को एक खास किस्म का मास्क एन 95 मुहैया कराया गया है. कोरोना वायरस की जांच व इलाज करते समय यह मास्क पहनना जरूरी है. उन्होंने बताया कि बंगाल में एक भी मामला नहीं दिखा है. प्रशासन पूरी तरह से हाइ अलर्ट पर है. आम जन को डरने की जरूरत नहीं.
गौरतलब है कि संदिग्ध अवस्था में आइडी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज का नाम मानवेंद्र चौधरी है. वह उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी नगरपालिका के 18 नंबर वार्ड के 21 अटल बिहारी सरकार रोड का निवासी है. नैहाटी नगरपालिका के सीआइसी सनत दे ने बताया कि संदिग्ध हालत के कारण मरीज को अस्पताल में दाखिल कराया गया.
श्री दे ने बताया मानवेंद्र 23 जनवरी को चीन से भारत लौटा है. उसके साथ पांच लोगों का एक ग्रुप था. इस ग्रुप में एक केरल का निवासी है, जिसके शरीर में कोरोना वायरस पाया गया है. नैहाटी नगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मरीज के घर जाकर उसे अस्पताल पहुंचाया. इसमें से एक व्यक्ति दक्षिण कोलकाता का रहनेवाला है, जबकि दूसरा नैहाटी का निवासी है. दोनों के रक्त के नमूने को परीक्षण के लिए भेजा गया है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को बताया गया है कि 23 जनवरी को कुल तीन बंगाल निवासी भारत लौटे थे. उनमें से दो आईडी अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि एक अन्य बंगाली युवक को भी घर में ही आइसोलेशन में रखा गया.
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चीन से जो लोग भी कोलकाता वापस आये हैं, उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है. कम से कम 14 दिनों के लिए उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रख कर निगरानी रखी जायेगी. हालांकि जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की अभी पुष्टि नहीं हुई है.
मरीजों से नमूने किये संग्रहअब तक कोरोना वायरस के पूरे देश में दो मामले
कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर पश्चिम बंगाल
जांच कर रहे चिकित्सकों के लिए एन95 मास्क पहनना जरूरी
कोलकाता : कोरोना वायरस के लिए जो निर्देश जारी किया गया है. उसमें लक्षणों में सर्दी- जुकाम भी एक है, लेकिन सिर्फ और सिर्फ सर्दी-जुकाम होने से यह मानना कि कोरोना वायरस का अटैक है. यह बिल्कुल निराधार है, क्योंकि मौसम में बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम होना स्वाभाविक है. इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है. उक्त बातें राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक प्रो. डॉ अजय चक्रवर्ती ने कहीं.
उन्होंने कहा कि पूरे देश में अब तक इस वायरस के संक्रमण दो ही मामले सामने आये हैं. हालांकि चार लोगों को संदिग्ध अवस्था में बेलियाघाटा आइडी हॉस्पिटल भर्ती कराया गया. इनमें एक कोलकाता के गांगुली बागान व एक नैहाटी का रहनेवाला है. दोनों 23 जनवरी को चीन से भारत लौटे हैं, जबकि अन्य दो अमेरिका व थाइलैंड निवासी हैं.
हाल के दिनों में बेलियाघाटा अस्पताल में सर्दी-जुकाम को लेकर पहुंचनेवाले मरीजों की लंबी लाइन है. ये मरीज चिकित्सकों से जांच करने का निवेदन भी कर रहें हैं. इससे पता चलता है कि लोग इस वायरस को लेकर सचेत व जागरूक हैं. आवश्यकता है सावधानी बरतने की.
डॉ चक्रवर्ती ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सकों को एक खास किस्म का मास्क एन 95 मुहैया कराया गया है. कोरोना वायरस की जांच व इलाज करते समय यह मास्क पहनना जरूरी है. उन्होंने बताया कि बंगाल में एक भी मामला नहीं दिखा है. प्रशासन पूरी तरह से हाइ अलर्ट पर है. आम जन को डरने की जरूरत नहीं.
गौरतलब है कि संदिग्ध अवस्था में आइडी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज का नाम मानवेंद्र चौधरी है. वह उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी नगरपालिका के 18 नंबर वार्ड के 21 अटल बिहारी सरकार रोड का निवासी है. नैहाटी नगरपालिका के सीआइसी सनत दे ने बताया कि संदिग्ध हालत के कारण मरीज को अस्पताल में दाखिल कराया गया.
श्री दे ने बताया मानवेंद्र 23 जनवरी को चीन से भारत लौटा है. उसके साथ पांच लोगों का एक ग्रुप था. इस ग्रुप में एक केरल का निवासी है, जिसके शरीर में कोरोना वायरस पाया गया है. नैहाटी नगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मरीज के घर जाकर उसे अस्पताल पहुंचाया. इसमें से एक व्यक्ति दक्षिण कोलकाता का रहनेवाला है, जबकि दूसरा नैहाटी का निवासी है. दोनों के रक्त के नमूने को परीक्षण के लिए भेजा गया है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को बताया गया है कि 23 जनवरी को कुल तीन बंगाल निवासी भारत लौटे थे. उनमें से दो आईडी अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि एक अन्य बंगाली युवक को भी घर में ही आइसोलेशन में रखा गया.
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चीन से जो लोग भी कोलकाता वापस आये हैं, उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है. कम से कम 14 दिनों के लिए उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रख कर निगरानी रखी जायेगी. हालांकि जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की अभी पुष्टि नहीं हुई है.
मरीजों से नमूने किये संग्रह
आइडी हॉस्पिटल में भर्ती सभी मरीजों के लार को संग्रह कर जांच के लिए महानगर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी व पुणे भेजा गया है.
आइडी हॉस्पिटल में भर्ती सभी मरीजों के लार को संग्रह कर जांच के लिए महानगर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी व पुणे भेजा गया है.

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