अनेकता में एकता ही गणतंत्र की खूबसूरती

हावड़ा : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रभात खबर की ओर से हावड़ा के लिलुआ स्थित नारायणी एपार्टमेंट में एक परिचर्चा आयोजित कर संविधान के संबंध में लोगों की राय जानने की कोशिश की गयी. कार्यक्रम में जिले के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया. संविधान की खूबियों और खामियों के संबंध में लोगों ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 26, 2020 2:24 AM

हावड़ा : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रभात खबर की ओर से हावड़ा के लिलुआ स्थित नारायणी एपार्टमेंट में एक परिचर्चा आयोजित कर संविधान के संबंध में लोगों की राय जानने की कोशिश की गयी. कार्यक्रम में जिले के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया. संविधान की खूबियों और खामियों के संबंध में लोगों ने अपनी राय रखी.

केशरी कुमार तिवारी, पू्र्व प्राचार्य : लोकतंत्र एक शासन व्यवस्था है. इसके बारे में अब्राहम लिंकन ने कहा था कि यह शासन व्यवस्था जनता के द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन है. वहीं महान चिंतक जार्ज बर्नाड शॉ ने बताया कि लोकतंत्र एक सामाजिक व्यवस्था है, जिसमें अधिक से अधिक लोगों का यथासंभव कल्याण होना चाहिए. यह इस तंत्र की व्यवस्था है. विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत है. लोकतंत्र के अंदर काफी ताकत है. हालांकि इसमें कुछ कमियां भी हैं. देश में आज भी असमानता, गरीबी और अशिक्षा की समस्या है. राजनेता गणतंत्र का लाभ उठा रहे हैं. चुनाव की प्रक्रिया में बाहुबली लोग विजेता हो रहे हैं. इससे गणतंत्र दूषित हो रहा है.

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