कोलकाता एयरपोर्ट पर मार्च से शुरू होगी ”डिजी यात्रा”

आपका चेहरा होगा आपकी पहचान कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (कोलकाता एयरपोर्ट) पर मार्च महीने से ‘डिजी यात्रा’ की सुविधा शुरू होने जा रही है. इस सुविधा के तहत एयरपोर्ट पर यात्री की एंट्री पेपरलेस होगी. इससे विमान यात्रियों को अपनी पहचान के लिए आधार या कोई दूसरा दस्तावेज नहीं दिखाना पड़ेगा. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 18, 2020 6:06 AM

आपका चेहरा होगा आपकी पहचान

कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (कोलकाता एयरपोर्ट) पर मार्च महीने से ‘डिजी यात्रा’ की सुविधा शुरू होने जा रही है. इस सुविधा के तहत एयरपोर्ट पर यात्री की एंट्री पेपरलेस होगी. इससे विमान यात्रियों को अपनी पहचान के लिए आधार या कोई दूसरा दस्तावेज नहीं दिखाना पड़ेगा. आपका चेहरा ही आपकी पहचान होगी.
कैसे काम करेगी तकनीक
इसके लिए फेशियल-बेस्ड बायोमेट्रिक्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा. फेशियल-बेस्ड बायोमेट्रिक्स टेक्नोलॉजी को बाद में डिजी यात्रा सेंट्रल प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया जायेगा. केंद्र सरकार का डिजी यात्रा फाउंडेशन इस प्लेटफॉर्म को बना रहा है. यात्री टर्मिनल में दाखिल होने से पहले अपनी आईडी और बायोमेट्रिक डाटा अपनी फ्लाइट डिटेल के साथ रजिस्टर कर सकते हैं. यात्रा के दौरान एयरपोर्ट में हर स्टेज पर बायोमेट्रिक टेक्नोलॉजी की मदद से उनकी पहचान सुनिश्चित की जाएगी.
कहीं भी उन्हें पहचान के लिए दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. एयरपोर्ट पर एंट्री का मौजूदा सिस्टम भी बना रहेगा, जो यात्री पेपर टिकट और पहचान के दस्तावेज दिखा कर एंट्री करना चाहेंगे, वे ऐसा कर सकेंगे. डीजीसीए के एक आदेश में कहा गया है, फ्लाइट का टिकट बुक करते वक्त एयरलाइंस कंपनी घरेलू यात्रा के लिए यात्री का डीवाई आईडी लेने के लिए प्रावधान करेगी. हर यात्री को एविएशन मिनिस्ट्री के पोर्टल के जरिए बुकिंग के वक्त खास आईडी दिया जायेगा.
डिजी यात्रा के लिए नियम जारी कर चुकी है सरकार
एयरलाइंस कंपनियों को फ्लाइट से कम से कम छह घंटे पहले यात्री से जुड़ी जानकारियां (डीवाई आईडी सहित) एयरपोर्ट ऑपरेटर के बायोमेट्रिक बोर्डिंग सिस्टम को भेजनी होगी. जब यात्री बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के लिए जाएगा, तो उससे जुड़ी सभी जानकारियां ई-गेट और दूसरे एक्सेस प्वाइंट पर उपलब्ध होंगी. सरकार ने कुछ महीने पहले ‘डिजी यात्रा’ के नियम जारी किए थे. इसके तहत यात्रियों को हवाई सफर के लिए किसी तरह के टिकट या आईडी प्रूफ की जरूरत नहीं होगी. उनकी पहचान बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन या फेशियर रिकॉग्निशन से होगी. यह सुविधा पहले सिर्फ घरेलू उड़ान के लिए शुरू की जा रही है.

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