दो दशक के बाद भी अधर में सलकिया फ्लाइओवर परियोजना

कृष्णा मिश्रा/मधु सिंह हावड़ा : हावड़ा. उत्तर हावड़ा के सालकिया चौरस्ता के पास जीटी रोड में यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए हावड़ा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (एचआइटी)की ओर से फ्लाइओवर बनाने की योजना बनी थी. वर्ष 1990 में ही ब्रिज का निर्माण होना था लेकिन इतने वर्षों बाद भी हावड़ा की एक महत्वपूर्ण बुनियादी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 31, 2019 6:18 AM

कृष्णा मिश्रा/मधु सिंह हावड़ा : हावड़ा. उत्तर हावड़ा के सालकिया चौरस्ता के पास जीटी रोड में यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए हावड़ा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (एचआइटी)की ओर से फ्लाइओवर बनाने की योजना बनी थी. वर्ष 1990 में ही ब्रिज का निर्माण होना था लेकिन इतने वर्षों बाद भी हावड़ा की एक महत्वपूर्ण बुनियादी परियोजना अधर में लटकी हुई है.

रोजाना सालकिया चौरास्ता के पास जीटी रोड, बनारस रोड और अरविंद रोड जंक्शन पर भंयकर जाम की स्थिति बनी रहती है. हर दिन बनारस रोड से सैकड़ों की संख्या में बस, ट्रक, टैक्सियां और निजी कारें हावड़ा स्टेशन और कोलकाता पहुंचने के लिये जीटी रोड और अरविंदो रोड से होकर गुजरती है. इसके अलावा जीटी रोड के वनवे होते हुए भी बालीखाल से 54 रूट की बसें, सत्यबाला-कसबा मिनी बसें, सालकिया चौरस्ता-धर्मतला से बसें और उत्तर हावड़ा व बाली से कुछ अन्य बसें सालकिया चौरस्ता के माध्यम से हावड़ा या कलकत्ता पहुंचने के लिए नियम तोड़ते हुये यहां से गुजरती हैं. इस फ्लाइओवर के लिये कई दुकानों और लोगों को स्थानांतरित करना था जिस पर स्थानीय दुकानदारों और लोगों ने आपत्ति जतायी थी. जिसके कारण हावड़ा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (एचआइटी) और दुकानदारों के बीच विवाद हो गया और परियोजना रुक गयी.

इधर, एचआइटी के अधिकारियों का दावा है कि लगभग 260 दुकानदारों और 100 परिवारों के लिए वैकल्पिक आवास तैयार होते ही फ्लाइओवर का निर्माण शुरू हो जायेगा. इसके तहत शहरी विकास मंत्री ने वर्ष 2014 में इलाके के 43 निवासियों को फ्लैटों की चाबी सौंपी, जिन्हें फ्लाइओवर के निर्माण के लिए उनके घरों से निकाला गया था, लेकिन फिर भी अब तक इस परियोजना के शुरू होने का कोई आसार नहीं दिख रहे. इसे लेकर प्रभात खबर ने लोगों से बातचीत की.
वरूण दत्ता, स्थानीय दुकानदार :
इलाके में जाम की स्थिति को ठीक करने की बहुत आवश्यकता है. रोजाना कार्यालय जाने वालों और स्कूल छात्रों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. यहां पर फ्लाइओवर बनना चाहिये लेकिन दुकानदारों को पुनर्वास सही जगह पर देना होगा. किसी अन्य जगह पर देने से हमारा बिजनेस में नुकसान होगा.
सुजीत कुमार, स्थानीय दुकानदार
: इलाके में फ्लाइओवर बनाने की जगह सिर्फ सड़क की चौड़ाई बढ़ाने से भी जाम की समस्या से निजात पाया जा सकता है, लेकिन अगर फ्लाइओवर बनता है कि सरकार को हमारी समस्या के बारे में भी सही से सोचना होगा. शहर में विकास का कार्य से हमें कोई दिक्कत नहीं है .
सुनील साधुखां, स्थानीय दुकानदार: मुझे नहीं लगता है कि यहां पर कोई फ्लाइओवर कभी बनेगा. लगभग दो दशक पहले सरकार सलकिया फ्लाइओवर परियोजना के तहत यहां पर पुल का निर्माण करने वाली थी, लेकिन अब तक इसके कोई आसार नहीं दिख रहे. भ्रष्टाचार के कारण शहर के विकास में बांधा आ रही है.
गुलशन अरोड़ा, दुकानदार : सालकिया चौरस्ता में सड़क की चौड़ाई पहले से ही कम है. इसमें छह फुट की जगह पर ऑटो स्टैंड और मेन रोड पर ही बस स्टैंड भी है जिससे आधी सड़क पर ही गाड़ियों की आवजाही होने से जाम की स्थिति उत्पन्न होती है. अगर फ्लाइओवर बनता भी है तो वह भी ज्यादा कारगर साबित नहीं होगा.
फ्लाइओवर का निर्माण कार्य दो दशक से भी अधिक समय से रुका हुआ है. वर्तमान में सालकिया में पुर्नवास का काम जारी है. आज के दौड़ में फ्लाइओवर बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता,लेकिन कुछ दुकान पुनर्वास कार्य में बांधा बन रहे हैं. कई दुकानदार नयी दुकान पर भी कब्जा कर ले रहे हैं और पुराने दुकानों को भी नयी छोड़ते हैं, जिसके कारण फ्लाइओवर के कार्य में विलंब हो रहा है.
सुल्तान सिंह,चेयरमैन, हावड़ा इंप्रुवमेंट ट्रस्ट
फ्लाइओवर के निर्माण के लिए स्थानीय दुकानदार और निवासी पुनर्वास के लिये तैयार हैं, लेकिन इस दौरान कुछ लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. कुछ दुकानदारों का कहना है कि जीटी रोड पर दुकानदार अपना कारोबार चलाते हैं, लेकिन उन्हें मेन रोड से 200-250 फीट की दूरी दुकानों की पेशकश की गयी, जिसे कई दुकानदारों ने अस्वीकार कर दिया.
वरुण दे, सचिव ,सालकिया बिजनेसमैन एसोसिएशन

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