सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ लोगों ने जताया रोष
कोलकाता : हैदराबाद में 26 वर्षीय महिला चिकित्सक (वेटनरी डॉक्टर) के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद जला कर हत्या व कालीघाट में दो किशोरियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में महानगर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मामले में नाराज राजनीतिक दल व विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली.... छात्र […]
कोलकाता : हैदराबाद में 26 वर्षीय महिला चिकित्सक (वेटनरी डॉक्टर) के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद जला कर हत्या व कालीघाट में दो किशोरियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में महानगर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मामले में नाराज राजनीतिक दल व विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली.
छात्र परिषद का प्रदर्शन
छात्र परिषद की ओर से हिंद सिनेमा के सामने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया. छात्र परिषद के अध्यक्ष सौरभ प्रसाद ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा और राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार आयी हैं, महिलाएं इस देश और प्रदेश में असुरक्षित हो गयी हैं.
महिलाओं पर अत्याचार और उनके साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. अपराधियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दिलाने में दोनों सरकारें विफल हैं. उनकी इस विफलता का परिणाम है कि अपराधी बेखौफ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उनका संगठन महिलाओं के सम्मान के लिए शुरू से लड़ते आ रहा है. उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. मौके पर परिषद की ओर से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ संसद में उनके महात्मा गांधी के संबंध में दिये गये बयान के खिलाफ नारेबाजी की गयी. परिषद की ओर से प्रज्ञा ठाकुर का पुतला भी फूंका गया.
वाम संगठनों का प्रदर्शन
माकपा समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाइएफआइ) और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वुमेंस एसोसिएशन (एआइडीडब्ल्यूए) की ओर से रैली निकाली गयी. यह रैली एलियट रोड से निकाली गयी, जो विभिन्न रास्तों से होते हुए मल्लिक बाजार क्रॉसिंग पर समाप्त हुई. वहां विरोध प्रदर्शन भी किया गया. माकपा समर्थित छात्र, युवा व महिला संगठनों ने हैदराबाद में हुई घटना की निंदा करते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की.
एआइडीडब्ल्यूए की नेता अनवरा मिर्जा ने आरोप लगाया है कि हैदराबाद ही नहीं पश्चिम बंगाल में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. महानगर समेत राज्य के कई हिस्सों में दुष्कर्म व दुष्कर्म के बाद हत्या की घटनाएं हो चुकी हैं. इसके बावजूद ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये जाते हैं.
कालीघाट थाने के समक्ष हुआ प्रदर्शन
आल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गनाइजेशन, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन व ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संघ की ओर से महिला पशु चिकित्सक और महानगर के कालीघाट में दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना के विरोध में हाजरा से जुलूस निकाला गया. जुलूस कालीघाट थाने के सामने समाप्त हुआ.
थाने के समक्ष प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने व उनको कड़ी सजा दिलाने की मांग की. जुलूस का नेतृत्व एआइडीवाइओ के कोलकाता जिला सचिव संजय विश्वास और एआइएमएसएस की कोलकाता जिला सचिव रुना पुरकायस्थ ने किया.
संजय विश्वास ने कहा कि तेलंगाना, झारखंड व महानगर के कालीघाट में एक ही दिन में हुए इस तरह के सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं ने देश की कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद करते हुए नारी सशक्तीकरण के नाम पर करोड़ों रुपये प्रचार में बहाती है, लेकिन उन महिलाओं की सुरक्षा को नजरअंदाज करती है. दामिनी बलात्कार कांड के बाद सरकार ने कई वादे किये थे, लेकिन हकीकत में इस देश में महिलाएं आज भी असुरक्षित हैं.
