अमेजन व फ्लिपकार्ट देश की एफडीआइ नीति का पालन करें या फिर भारत छोड़ें : खंडेलवाल

कोलकाता : अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी इ-कॉमर्स कंपनियां देश के सात करोड़ से ज्यादा व्यापारियों और खुदरा व्यापार को नष्ट करने की जुगत में हैं. सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे देश के व्यापार को हम इस तरह से नष्ट नहीं होने देंगे. इनसे हमारे व्यापारियों के साथ ट्रांसपोटर्स, किसानों, छोटे उद्योगों, उपभोक्ताओं, हॉकरों, स्व-नियोजित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 22, 2019 2:26 AM

कोलकाता : अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी इ-कॉमर्स कंपनियां देश के सात करोड़ से ज्यादा व्यापारियों और खुदरा व्यापार को नष्ट करने की जुगत में हैं. सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे देश के व्यापार को हम इस तरह से नष्ट नहीं होने देंगे. इनसे हमारे व्यापारियों के साथ ट्रांसपोटर्स, किसानों, छोटे उद्योगों, उपभोक्ताओं, हॉकरों, स्व-नियोजित समूहों और खुदार व्यापार सभी को खतरा है.

ये बातें कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहीं. महानगर में ऑल इंडिया ट्रेडर्स के बंगाल चैप्टर द्वारा आयोजित न्यू चैलेंजेज टू ट्रेडर्स एंड एसएमइ विषयक परिचर्चा को संबोधित करते हुए प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि देश के व्यापारियों ने तय किया है कि अमेजन और फ्लिपकार्ट या तो देश की एफडीआइ नीति का पालन करें या फिर हिंदुस्तान छोड़कर चले जायें.

अमेजन-फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों के खिलाफ देश में जोरदार लड़ाई शुरू करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. मौके पर कनफेडरेशन के बंगाल चैप्टर के अध्यक्ष कमल जैन, महामंत्री राजा राय आदि मौजूद रहे.

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