ठंड में भी डेंगू के मच्छर मार रहे डंक

अब जागरूकता ही डेंगू से बचाव का है उपाय कोलकाता : स्वास्थ्य विभाग के पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक बारिश के बाद डेंगू का असर अक्तूबर में चरम पर होता है. इसके बाद डेंगू का कहर कम होता जाता है, लेकिन पश्चिम बंगाल सह कोलकाता में डेंगू का प्रकोप कम होने के बदले बढ़ता ही जा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 20, 2019 2:06 AM

अब जागरूकता ही डेंगू से बचाव का है उपाय

कोलकाता : स्वास्थ्य विभाग के पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक बारिश के बाद डेंगू का असर अक्तूबर में चरम पर होता है. इसके बाद डेंगू का कहर कम होता जाता है, लेकिन पश्चिम बंगाल सह कोलकाता में डेंगू का प्रकोप कम होने के बदले बढ़ता ही जा रहा है. रोज नये-नये मामले सामने आ रहे हैं.
मंगलवार को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में हुगली निवासी तीन वर्षीय शिशु की मौत हो गयी. महानगर की भी यही स्थित है. विदित हो कि डेंगू के ‘डंक’ से लोगों को बचाने के लिए निगम की ओर हाइटेक अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत ड्रोन के जरिये डेंगू मच्छर के लार्वा को समाप्त किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी डेंगू एक महामारी की तरह बढ़ता जा रहा है. महानगर के कीट विशेषज्ञो‍ं के अनुसार 16-40 डिग्री तापमान में डेंगू के लार्वा पनपते हैं. 16 डिग्री से तापमान नीचे जाने पर डेंगू के मच्छर कम पनपते हैं.
नगर निगम के अनुसार महानगर में अब तक 3260 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं जबकि छह लोगो‍ं की मौत हो चुकी है. निगम की रिपोर्ट के अनुसार गत वर्ष 4699 लोग डेंगू की चपेट में आये थे जबकि पिछले साल 10 दिसंबर तक महानगर में इस मच्छर जनित संक्रमण से 12 लोगों की मौत हुई थी.

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