वृद्ध के सिर पर लगे 19 टांके, पुलिस पर लापरवाही बरतने का लगाया आरोप

हावड़ा :प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को सक्रिय और लोगों के बीच जाकर आपसी सौहार्द बनाये रखने का निर्देश दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री के इस निर्देश से शिवपुर के एक परिवार को वंचित होना पड़ा. पीड़ित परिवार का आरोप है कि ड्यूटी ऑफिसर ने बदसलूकी की और पीने का पानी तक पीड़ितों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 21, 2019 4:02 AM

हावड़ा :प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को सक्रिय और लोगों के बीच जाकर आपसी सौहार्द बनाये रखने का निर्देश दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री के इस निर्देश से शिवपुर के एक परिवार को वंचित होना पड़ा. पीड़ित परिवार का आरोप है कि ड्यूटी ऑफिसर ने बदसलूकी की और पीने का पानी तक पीड़ितों को नहीं दिया. हालांकि पुलिस यह आरोप मानने के लिए तैयार नहीं है.

पीड़ित परिवार का आरोप है कि शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने इस मामले में गंभीरता नहीं दिखायी. पुलिस की लापरवाही के चलते ही आरोपियों ने दोबारा वृद्ध पर हमला किया. यदि पुलिस आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लेती, तो ऐसा नहीं होता. पिता के सिर पर 19 टांके लगे हैं. हाथ के अलावा शरीर के बाकी हिस्सों में गहरे जख्म हैं. पिता की हालत ठीक नहीं है. वह सदमे में हैं. खबर लिखे जाने तक मुख्य आरोपी रंजीत यादव और उसका साथी टुड्डु यादव फरार है.
क्या है घटना: 60 साल के मोहम्मद नौशाद व्यवसायी हैं. उनकी टायर मरम्मत करने की दुकान है. पीड़ित व्यवसायी के अनुसार, रंजीत और टुड्डु रात के साढ़े नौ बजे दुकान पहुंचे और रुपये छीनने लगे. विरोध करने पर रंजीत ने वृद्ध को घूंसा मार दिया, जिससे उनका दांत टूट गया. पीड़ित व्यवसायी वहां से सीधे थाने पहुंचे. यह खबर मिलते ही रंजीत भी थाने पहुंचा. अपनी शिकायत दर्ज कराने के बाद नौशाद घर आये, लेकिन घर पर उन्हें याद आया कि दुकान में 10 हजार रुपये रखे हुए हैं. वह फिर घर से दुकान जाने के लिए निकले.
वह दुकान से रुपये लेकर निकले ही थे कि फिर रंजीत और टुड्डु वहां पहुंचे और लोहे के रॉड से उनपर हमला बोल दिया. उनके रुपये छीन कर भाग निकले. लहूलुहान हालत में वृद्ध व्यवसायी ने घटना की जानकारी घरवालों को दी. घरवाले दुकान पहुंचे. वहां से सभी लोग शिवपुर थाने गये. आरोप है कि ड्यूटी ऑफिसर ने पीड़ित परिवार से बदसलूकी की.
यहां तक कि घायल व्यक्ति ने जब पानी मांगा, तो उसे देने से भी इंकार कर दिया. नौशाद को लेकर सभी हावड़ा जिला अस्पताल पहुंचे. वहां से उन्हें कोलकाता मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां वह भर्ती हैं. पीड़ित की तबीयत में सुधार है, लेकिन वह इस घटना से डरे हुए हैं. ठीक से बातचीत भी नहीं कर पा रहे हैं.

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