ब्रेन डेथ के बाद हुआ अंग दान

पीजी में दो किडनी व अपोलो में लीवर का प्रत्यारोपण कोलकाता : ब्रेन डेथ के बाद अंग दान करने के मामले में राज्य के लोग काफी जागरूक हुए हैं. इस वजह से ही ब्रेन डेथ की घोषणा के बाद मंगलवार को मृतका के परिजनों के अं‍ग दान किया. मृतका का नाम इति देव (57) है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 21, 2019 3:41 AM

पीजी में दो किडनी व अपोलो में लीवर का प्रत्यारोपण

कोलकाता : ब्रेन डेथ के बाद अंग दान करने के मामले में राज्य के लोग काफी जागरूक हुए हैं. इस वजह से ही ब्रेन डेथ की घोषणा के बाद मंगलवार को मृतका के परिजनों के अं‍ग दान किया. मृतका का नाम इति देव (57) है. इति उत्तर 24 परगना के इच्छापुर की रहने वाली थी. एसएसकेएम (पीजी) हॉस्पिटल में‍ सोमवार की रात मरीज को ब्रेन डेथ घोषित किया गया. ब्रेन हेमरेज की चिकित्सा के लिए उन्हें इलाज के लिए यहां भर्ती कराया गया था.
इससे पहले उनकी चिकित्सा दक्षिण कोलकाता के एक निजी अस्पताल में चल रही थी. मरीज के स्थिति में सुधार न होते देख परिजनों ने उसे 15 अगस्त के दिन पीजी में भरती कराया. जहां इति की चिकित्सा क्रिटिकल केयर यूनिट में चल रही थी. ब्रेन डेथ की घोषणा के बाद मृतका के दोनों किडनी व लीवर को परिजनों ने डोनेट किया.
हृदय की सेहत ठीक नहीं होने के वजह हार्ट का प्रत्यारोपण नहीं किया गया है. पीजी हॉस्पिटल में दो मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है, जबकि अपोलो हॉस्पिटल में लीवर का प्रत्यारोपण किया है. ग्रीन कॉरिडोर की मदद से कोलकाता पुलिस ने करीब 11 मिनट में लीवर को अपोलो हॉस्पिटल पहुंचाया. जहां‍ डॉ महेश गोयनका की देख-रेख में लीवर का प्रत्यारोपण संपन्न हुआ.

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