बेमियादी हड़ताल शुरू, राज्य में आठ लाख ट्रकों का थमा चक्का

कोलकाता :ट्रकऑपरेटरों की बेमियादी हड़ताल सोमवार से शुरू हो गयी. पहले दिन हड़ताल का व्यापक असर दिखा. ओवर लोडिंग और पुलिस ज्यादती बंद करने, ट्रकों की वहन क्षमता के संबंध में केंद्र सरकार के निर्देशों को लागू करने सहित छह मांगों कोे लेकर फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने राज्यव्यापी बेमियादी हड़ताल शुरू […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2019 1:58 AM

कोलकाता :ट्रकपरेटरों की बेमियादी हड़ताल सोमवार से शुरू हो गयी. पहले दिन हड़ताल का व्यापक असर दिखा. ओवर लोडिंग और पुलिस ज्यादती बंद करने, ट्रकों की वहन क्षमता के संबंध में केंद्र सरकार के निर्देशों को लागू करने सहित छह मांगों कोे लेकर फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने राज्यव्यापी बेमियादी हड़ताल शुरू की है.

जानकारी के अनुसार, हड़ताल के पहले दिन जगह-जगह चक्का जाम होने के कारण लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. ट्रक मालिकों और चालकों ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर चक्का जामकर विरोध प्रदर्शन किया. हावड़ा, हुगली, नदिया, बीरभूम, बांकुड़ा, बर्दवान, आसनसोल समेत राज्यभर में सेवा ठप कर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ओवर लोडिंग और पुलिसिया अत्याचार से वे आजिज आ चुके हैं. बार-बार की शिकायतों के बावजूद इस दिशा में कदम न उठाये जाने से वह आंदोलन को मजबूर हुए हैं. हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक समस्याओं के स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता. हड़ताल का असर कोलकाता में बड़ाबाजार के मछुआ व पोस्ता में भी दिखा. हावड़ा के शालीमार, कोल डिपो, सांतरागाछी, पेट्रापोल सीमा समेत दिल्ली व बॉम्बे हाइवे पर भी ट्रकों की लंबी कतारें दिखीं.
क्या कहना है ट्रक मालिकों का
फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव सुभाष चंद्र बोस ने कहा कि लगातार समस्याओं से अवगत कराये जाने के बावजूद मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री, परिवहन विभाग के सचिव व पुलिस-प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक पहल न होने की सूरत में यह हड़ताल की गयी है. कोई फैसला होने तक हड़ताल जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है. अन्य राज्यों में एक्सेल लोड लागू होने के बावजूद पश्चिम बंगाल में इसकी अनुमति नहीं दी जा रही है.
ऐसे में ट्रक ऑपरेटरों के सामने गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो गयी हैं. सरकार की उदासीनता के करण बाध्य होकर एसोसिएशन ने हड़ताल का रास्ता अख्तियार किया है. इस दौरान छोटे बड़े लगभग आठ लाख ट्रक बंद किये गये हैं. वहीं एसोसिएशन के संयुक्त सचिव सजल घोष ने कहा कि जब तक सरकार हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं देगी तब तक हमारी यह हड़ताल जारी रहेगी. परिवहन से जुड़े सभी संगठनों ने हड़ताल का समर्थन दिया है.

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