ऑटिज्म के शिकार लोगों के लिए पश्चिम बंगाल में सामुदायिक परियोजना

कोलकाता : देश में अपने तरह की पहली पहल के तहत कोलकाता के बाहरी इलाके में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) से ग्रस्त बच्चों के लिए एक टाउनशिप बन रहा है. यह वर्ष 2023 से यह चालू हो जायेगा. सामुदायिक पहल पर आधारित इंडिया ऑटिज्म सेंटर (आइएसी) के प्रबंध न्यासी और अध्यक्ष सुरेश सोमानी ने बताया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 21, 2019 1:10 PM

कोलकाता : देश में अपने तरह की पहली पहल के तहत कोलकाता के बाहरी इलाके में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) से ग्रस्त बच्चों के लिए एक टाउनशिप बन रहा है. यह वर्ष 2023 से यह चालू हो जायेगा. सामुदायिक पहल पर आधारित इंडिया ऑटिज्म सेंटर (आइएसी) के प्रबंध न्यासी और अध्यक्ष सुरेश सोमानी ने बताया कि इस केंद्र में 4,000 लोगों के रहने की व्यवस्था है. उसमें ऑटिज्म के शिकार बच्चों के परिवार भी ठहर सकते हैं.

सोमानी ने बताया कि दक्षिण 24 परगना जिला के सिराकोल में यह केंद्र 53 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और उसके निर्माण पर 350 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर एक ऐसा स्नायु रोग होता है, जो व्यक्ति के आचरण एवं सूचना के विश्लेषण की क्षमता को प्रभावित करता है. इससे सामाजिक अंतर्संबंध, सामाजिक संवाद जैसे क्षेत्रों पर असर पड़ता है. सोमानी ने कहा, ‘यह आनुवांशिक विकार है और देश में उसके बारे में जागरूकता एवं जानकारी अब भी बहुत निचले स्तर पर है.’

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