ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल से ही होगा डेंगू का इलाज : निगम

डेंगू के इलाज के लिए महानगर में रेफरल सेंटर तैयार रेफरल सेंटर में 10 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित सरकारी व निजी अस्पतालों पर नजर रखेगा स्वास्थ्य विभाग कोलकाता : मानसून के शुरू होते ही महानगर में डेंगू का प्रकोप दिखने लगा है. अब तक 132 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इसके […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 20, 2019 1:30 AM

डेंगू के इलाज के लिए महानगर में रेफरल सेंटर तैयार

रेफरल सेंटर में 10 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित
सरकारी व निजी अस्पतालों पर नजर रखेगा स्वास्थ्य विभाग
कोलकाता : मानसून के शुरू होते ही महानगर में डेंगू का प्रकोप दिखने लगा है. अब तक 132 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इसके मद्देनजर कोलकाता नगर निगम में शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक हुई. डेंगू के डंक से निजात पाने हेतु कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. बैठक में महानगर समेत पूरे राज्य के लिए डेंगू ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तैयार किया गया है. डेंगू के इलाज के लिए महानगर सेमत राज्य भर में रेफरल सेंटर भी तैयार किये गये हैं.
शुक्रवार को निगम में राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई. बैठक में मेयर फिरहाद हकीम, डिप्टी मेयर अतिन घोष, निगम आयुक्त खलील अहमद, राज्य के मुख्य स्वास्थ्य सचिव राजीव सिन्हा, स्वास्थ्य सेवा निदेशक प्रो. डॉ अजय चक्रवर्ती समेत निगम के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ कुछ पार्षद व बोरो चेयरमैन भी इस बैठक में उपस्थित थे. इस संबंध में डिप्टी मेयर अतिन घोष ने बताया कि गत वर्ष रहे डेंगू प्रभावित वार्ड के बोरो चेयरमैन व काउंसिल इस बैठक में उपस्थित थे. श्री घोष ने कहा महानगर में केंद्र व राज्य सरकार के कई भवन जर्जर अवस्था में हैं. इसी तरह कई जगहों पर निजी व सरकारी खाली जमीन व तालाब हैं. इनकी साफ-सफाई का जिम्मा निगम को सौंपा गया है.
अर्थिक मदद करेगा स्वास्थ्य विभाग : राज्य स्वास्थ्य विभाग निगम को साफ-सफाई पर जोर देने को कहा है. वहीं जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य विभाग निगम की मदद करेगा. वहीं जीर्ण अवस्था में पड़े सरकारी व निजी संपत्ति की साफ-सफाई का जिम्मा निगम को देने को कहा गया है
. डिप्टी मेयर ने कहा कि निजी जमीन व इमारतों की सफाई के लिए ठोस कचरा प्रबंधन विभाग को टेंडर जारी कर अस्थाई कर्मियों को नियुक्त करने को कहा गया है. टेंडर प्रक्रिया में विलंब होने पर निगम के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग व प्रोजेक्ट मैनेजमेंट को दो स्पेशल वाहिनी तैयार करने का निर्देश दिया गया है, जिनकी मदद से सफाई कार्य को किया जायेगा.
इलाज के लिए तैयार हुआ ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल : श्री घोष ने बताया कि डेंगू की चिकित्सा के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की गाइड लाइन के तहत ही चिकित्सका हो इसके लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तैयार किया है. वहीं डेंगू पीड़ित मरीजों की चिकित्सका के लिए महानगर समेत राज्यभर के कुछ सरकारी अस्पतालो‍ं को चिन्हित किया गया है. बेतर चिकित्सका के लिए डेंगू पीड़ित मरीजों को इन अस्पतालों में ही रेफर किया जायेगा.
रेफरल सेंटर में डेंगू पीड़ित मरीजों के लिए बेड भी आरक्षित रखे जायेंगे. सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की चिकित्सा के दौरान डब्ल्यूएचओ की गाइड लाइन का अनुसरण किया जाये, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर विशेष 10 टीम तैयार की गयी है, जो सभी निजी व सरकारी अस्पतालों का दौरा कर यह सुनिश्चित करेगी की उक्त गाइड लाइन के तहत चिकित्सा किया जा रहा है या नहीं. डब्ल्यूएचओ के प्रोटोकॉल को नहीं मानने वाले अस्पताल व चिकित्सकों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्रवाई की जायेगी.
निगम के चिकित्सकों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण : डिप्टी मेयन ने बताया कि निगम के विभिन्न डेल्थ सेंटरों में सेवा दे रहे मेडिकल ऑफिसरों को डेंगू की चिकित्सा एवं डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइन के तहत मरीजों की इलाज के लिए नियमित रुप से चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाता है.

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