कोलकाता : हरी क्षेत्रों में भी लागू होगी ‘जल धरो, जल भरो’ योजना

कोलकाता : जल संकट अब धीरे-धीरे गंभीर समस्या का रूप लेता जा रहा है. अगर समय रहते कदम नहीं उठाया गया तो आनेवाले समय में यह संकट और भी गहरा जायेगा. शहरी क्षेत्रों में जल संकट की समस्या दूर करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार यहां भी ‘जल धरो, जल भरो’ योजना लागू करना चाहती […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 4, 2019 1:45 AM

कोलकाता : जल संकट अब धीरे-धीरे गंभीर समस्या का रूप लेता जा रहा है. अगर समय रहते कदम नहीं उठाया गया तो आनेवाले समय में यह संकट और भी गहरा जायेगा. शहरी क्षेत्रों में जल संकट की समस्या दूर करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार यहां भी ‘जल धरो, जल भरो’ योजना लागू करना चाहती है.

यह जानकारी बुधवार को राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने विधानसभा में विभागीय बजट पर अपने संबोधन के दौरान दी. उन्होंने बताया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हुआ है और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण को काफी बढ़ावा मिला है
इसलिए इस योजना को अब शहरी क्षेत्रों में भी लागू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के 15 नगरपालिकाओं में इस योजना को शुरू किया जायेगा, इसके बाद अन्य नगरपालिकाओं में. गौरतलब है कि ‘जल धरो, जल भरो’ योजना के तहत राज्य सरकार नये जलाशयों का निर्माण करती है. पश्चिम बंगाल सरकार ने पांच वर्ष में 50 हजार नये तालाब व जलाशय बनाने की योजना बनायी थी, लेकिन अब यह तीन लाख का आंकड़ा पार कर चुका है.
सिलीगुड़ी शहर का बढ़ेगा दायरा
शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि उत्तर बंगाल के लिए सिलीगुड़ी शहर सबसे महत्वपूर्ण स्थल है. इस शहर के समुचित विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. अब राज्य सरकार इस शहर का दायरा भी बढ़ाना चाहती है. सिलीगुड़ी शहर उत्तर पूर्व राज्यों के साथ-साथ पड़ोसी देश, नेपाल व भूटान के लिए गेटवे भी है इसलिए शहर का दायरा और भी बढ़ाना जरूरी है. साथ ही यहां की आधारभूत सुविधाओं का विकास करने के लिए भी नयी योजनाएं लायी जायेंगी.

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