जेएमबी के चार संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

कोलकाता : कोलकाता पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने बांग्लादेश में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार सक्रिय सदस्यों को सियालदह और हावड़ा स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है. दबोचे गये संदिग्ध आतंकियों में मोहम्मद जियाउर रहमान उर्फ मोहसिन उर्फ जहीर अब्बास (44), मामोनुर रशीद (33), मोहम्मद साहिन आलम उर्फ अलामीन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 26, 2019 2:15 AM

कोलकाता : कोलकाता पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने बांग्लादेश में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार सक्रिय सदस्यों को सियालदह और हावड़ा स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है. दबोचे गये संदिग्ध आतंकियों में मोहम्मद जियाउर रहमान उर्फ मोहसिन उर्फ जहीर अब्बास (44), मामोनुर रशीद (33), मोहम्मद साहिन आलम उर्फ अलामीन (23) और रबीउल इस्लाम (35) हैं.

जियाउर बांग्लादेश के नवाबगंज, जबकि मामोनुर बदरगंज जिले का निवासी है. वहीं मोहम्मद साहिन आलम बांग्लादेश के ही राजशाही जिले का रहने वाला है. रबीउल बीरभूम के मित्रापुर के नयाग्राम का निवासी है. इनके पास से मोबाइल फोन, आतंकी गतिविधियां चलाने से संबंधित कई वीडियो क्लिप के अलावा जेहादी किताबें व पोस्टर मिले हैं.

कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (एसटीएफ) शुभंकर सिन्हा सरकार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि बांग्लादेश के कुछ संदिग्ध आतंकियों को कोलकाता में देखा गया है. इसके बाद से इनकी तलाश की जा रही थी. सोमवार रात को सियालदह स्टेशन के निकट पार्किंग स्थल से मोहम्मद जियाउर रहमान और मामोनुर रशीद को गिरफ्तार किया गया.
दोनों से पूछताछ के बाद पता चला कि उनके दो अन्य साथी हावड़ा स्टेशन में उनका इंतजार कर रहे हैं. चारों एक साथ मिलकर अपनी अगली रणनीति तय करनेवाले थे. इस जानकारी के बाद हावड़ा स्टेशन के पास से मोहम्मद साहिन आलम उर्फ अलामीन और रबीउल इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया गया. प्राथमिक पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि बांग्लादेश में इनके संगठन पर प्रतिबंध लगने के बाद ये भागकर कोलकाता आकर छिपे थे.
जेएमबी के बैनर तले आइएस (इस्लामिक स्टेट) आतंकी संगठन से जुड़ने के बाद से वे यहां संगठन को मजबूत करने के लिए धनराशि जुटाने और युवाओं को संगठन से जोड़ने का काम कर रहे थे. इनकी अगली योजना क्या थी? इनके बाकी साथी कहां हैं? इन सवालों का जवाब संदिग्धों से जानने की कोशिश की जा रही है.

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