मिशन बंगाल के तहत और विधायकों को तलाश रही भाजपा, जानें विधानसभा में पार्टी की स्थिति

कोलकाता : मौजूदा समय में पश्‍चिम बंगाल में भाजपा के विधायकों की संख्या 12 है. भाजपा इसको और बढ़ाने की कवायद में जुटी है. 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को तीन सीटों पर सफलता मिली थी. उत्तर बंगाल के मदारीहाट से विधायक मनोज टिग्गा व वैष्णवनगर से स्वाधीन सरकार के अलावा खड़गपुर से प्रदेश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 20, 2019 8:36 AM

कोलकाता : मौजूदा समय में पश्‍चिम बंगाल में भाजपा के विधायकों की संख्या 12 है. भाजपा इसको और बढ़ाने की कवायद में जुटी है. 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को तीन सीटों पर सफलता मिली थी. उत्तर बंगाल के मदारीहाट से विधायक मनोज टिग्गा व वैष्णवनगर से स्वाधीन सरकार के अलावा खड़गपुर से प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष विधायक चुने गये थे, लेकिन सांसद बनते ही दिलीप ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कुल मिला कर भाजपा का झंडा पकड़ने वाले विधायकों की संख्या अब 12 हो गयी है. इसमें तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में आने वाले विधायक भी शामिल हैं. हालांकि तृणमूल कांग्रेस के विधायक अभी भी कागजों में तृणमूल कांग्रेस के ही विधायक हैं.

भाजपा के नेता मुकुल राय व प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि वह लोग तृणमूल कांग्रेस के विधायकों को सात चरणों में भाजपा में शामिल करायेंगे. फिलहाल अभी तीन चरण ही हुआ है. इन लोगों का दावा है कि आने वाले दिनों में तृणमूल कांग्रेस सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर पायेगी.
मुकुल राय के मुताबिक 122 नगरपालिका और छह नगर निगम में लोकसभा के चुनाव का जो नतीजा आया है, उसके अनुसार 101 नगरपालिका में भाजपा आगे है. इसके अलावा चार नगरपालिका में भी भाजपा आगे है. इसके अलावा 121 विधानसभा केंद्रों में भाजपा ने जीत हासिल की है. लोकसभा चुनाव के जो नतीजे आये हैं. उसमें 30 सीट ऐसी हैं, जहां भाजपा एक हजार से लेकर महज तीन हजार के वोटों से हारी है.
चुनाव में वोटों के आंकड़ों पर नजर डाले तो साल 2009 से साल 2019 में भाजपा ने 39 फीसदी वोटों का इजाफा किया है. पंचायत चुनाव में 27 प्रतिशत वोट बढ़े थे. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 40 प्रतिशत वोट पाकर 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. भाजपा के इस बढ़ते कदम ने तृणमूल कांग्रेस को परेशान कर दिया है. लिहाजा ममता बनर्जी नये सिरे से अपने संगठन को सजाने संवारने में लग गयी हैं.
सदस्यता बढ़ाओ अभियान पर जोर देने के लिए भाजपा के पदाधिकारियों की सभा
प्रदेश भाजपा की ओर से आइसीसीआर सभागार में पदाधिकारियों को लेकर एक सभा का आयोजन किया गया. सभा में पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, महासचिव संजय सिंह, राजू बनर्जी के अलावा अन्य पदाधिकारी शामिल थे. पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि लोगों की सोच भाजपा के प्रति बदली है. लोग मौजूदा राज्य सरकार की नीतियों से जहां खपा हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर उनको भरोसा है. लोग चाहते हैं कि सशक्त भारत के साथ विकासित बंगाल का निर्माण हो. इसके लिए वह भाजपा पर भरोसा कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा के कार्यकर्ताओं का फर्ज बनता है कि वह लोगों के पास जायें और उनको भाजपा का सदस्य बनायें. अगर छह महीने के अंदर भाजपा के कार्यकर्ता इस कदम को मुस्तैदी से अंजाम देते हैं तो यह तय है कि आने वाले दिनों में वह किसी भी कीमत पर बंगाल की सत्ता को हासिल कर लेंगे. प्रतिपक्ष इस बात को भलीभांति जानता है. यही वजह है कि वह अपनी जान बचाने के लिए हिंसा का सहारा ले रहा है. हालांकि भाजपा हिंसा के पक्ष में नहीं है, लेकिन अपनी सुरक्षा करने का हक सभी को है. इसलिए भाजपा के कार्यकर्ता हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहे और बड़ी संख्या में लोगों को अपने साथ और अपनी पार्टी के साथ जोड़े.
हजारों लोगों ने थामा भाजपा का दामन
दूसरी पार्टी छोड़ कर प्रदेश भाजपा में शामिल होने की रफ्तार बढ़ती जा रही है. गुरुवार को भी यह प्रक्रिया जारी रही. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष विश्वप्रिय चौधुरी के नेतृत्व में आरामबाग और घाटाल के अलावा कलकत्ता ट्रामवेज कंपनी के चार हजार लोगों ने भाजपा में शामिल होने का एलान किया.

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