कोई मदद करे तो 60 प्रतिशत लोग धूम्रपान छोड़ने को हैं तैयार : सर्वे

85 प्रतिशत लोग ‘कूल‘ दिखने के लिए करते हैं धूम्रपान कोलकाता : महानगर के लगभग 60 प्रतिशत लोग धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए एक साथी की मदद चाहिए, जो उनको इस लत को छोड़ने में मदद कर सके. ऐसा ही खुलासा जनरल इंश्योरेंस कंपनी आइसीआइसीआइ लोंबार्ड द्वारा कोलकाता में किये गये सर्वेक्षण से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 8, 2019 5:13 AM

85 प्रतिशत लोग ‘कूल‘ दिखने के लिए करते हैं धूम्रपान

कोलकाता : महानगर के लगभग 60 प्रतिशत लोग धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए एक साथी की मदद चाहिए, जो उनको इस लत को छोड़ने में मदद कर सके. ऐसा ही खुलासा जनरल इंश्योरेंस कंपनी आइसीआइसीआइ लोंबार्ड द्वारा कोलकाता में किये गये सर्वेक्षण से हुआ है, जिसमें धूम्रपान करनेवालों के बीच साथियों के दबाव का महत्व बताया गया है. सर्वे में खास तौर पर यह बात सामने आयी है कि कोई न कोई सहकर्मी ही धूम्रपान शुरू करने का मुख्य कारण बनता है और वही किसी को भी यह आदत छोड़ने में मदद कर सकता है.
सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार, धूम्रपान करनेवाले 85 प्रतिशत लोग मानते हैं कि साथियों और सामाजिक दबाव के कारण उन्होंने इस तरफ कदम बढ़ाया और इसके पीछे लोगों के बीच अपनी मौजूदगी का अहसास कराने या ‘कूल‘ महसूस करने का फैक्टर भी था. आंकड़ों में यह बात भी सामने आयी है कि लंबे समय से धूम्रपान करनेवाले, अक्सर धूम्रपान करनेवाले लोगों से ही घिरे होते हैं और यह भी उन कारणों में से एक है जिसकी वजह से वे इस आदत को नहीं छोड़ पाते.
हालांकि, आश्चर्यजनक रूप से 59 प्रतिशत लोगों ने सहमति जतायी की अगर किसी मित्र या प्रियजन ने उनका समर्थन किया तो अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहना आसान हो जायेगा. इसके अलावा 64 फीसदी लोग इस बात से सहमत हैं कि यदि किसी वैकल्पिक गतिविधि या प्रक्रिया में उनकी मदद करने के लिए किसी साथी का सहारा मिले, तो उनके लिए धूम्रपान छोड़ना और भी आसान हो जायेगा.
सर्वे के बारे में जानकारी देते हुए आइसीआइसीआइ लोंबार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के चीफ-अंडरराइटिंग, क्लेम्स एंड रीइंश्योरेंस, संजय दत्ता ने कहा कि हम सब इस तथ्य से वाकिफ हैं कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. फिर भी हम युवा पीढ़ी को इस आदत में डूबते हुए देखते हैं. 60 प्रतिशत लोगों ने दावा किया कि अगर किसी दोस्त की मदद मिले, तो वे धूम्रपान छोड़ने की कोशिश करेंगे. धूम्रपान करनेवालों में से 83 प्रतिशत लोगों ने दावा किया कि उनके अधिकांश दोस्त धूम्रपान करनेवाले हैं, जबकि लगभग 55 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिनके परिवार के सदस्य धूम्रपान करते हैं.

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