सीबीआइ को सौंपे गये सारधा मामले से जुड़े और दो ट्रंक दस्तावेज

विधाननगर कमिश्नरेट की तरफ से एएसआइ ने सीबीआइ को सौंपे कागजात कमिश्नरेट का दावा : पहले नहीं मांगे गये थे दस्तावेज, इसलिए कमिश्नरेट में ही पड़े थे सीबीआइ का कहना : कई बार मांगने के बावजूद नहीं उपलब्ध कराये गये दस्तावेद कोलकाता : अरबों रुपये के सारधा चिटफंड मामले की जांच में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 1, 2019 2:05 AM

विधाननगर कमिश्नरेट की तरफ से एएसआइ ने सीबीआइ को सौंपे कागजात

कमिश्नरेट का दावा : पहले नहीं मांगे गये थे दस्तावेज, इसलिए कमिश्नरेट में ही पड़े थे
सीबीआइ का कहना : कई बार मांगने के बावजूद नहीं उपलब्ध कराये गये दस्तावेद
कोलकाता : अरबों रुपये के सारधा चिटफंड मामले की जांच में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के जांच अधिकारी सख्ती बरतने के साथ लगातार जांच में तेजी ला रहे हैं. इसी कड़ी में विधाननगर कमिश्नरेट की तरफ से शुक्रवार को दो ट्रंक सारधा मामले से जुड़े कागजात सीबीआइ को सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सौंपे गये. सूत्रों के मुताबिक विधाननगर दक्षिण थाने के प्रभारी के तौर पर नियुक्त सब इंस्पेक्टर आर आइ मोल्ला ने यह दस्तावेज सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ के पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय में पहुंचाये.
इसके पहले गुरुवार को भी उन्होंने दो पेटी दस्तावेज जमा करवाये थे. शुक्रवार को दो ट्रंक कागजात के साथ कुछ फाइलों के बंडल भी सीबीआइ अधिकारियों को सौंपे गये हैं. सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि इसके पहले विधाननगर कमिश्नरेट के अधिकारियों को इन कागजातों को कई बार सौंपने को कहा गया था, लेकिन उन्हें कागजात उपलब्ध नहीं कराये गये थे, जिससे इस मामले की जांच अधूरी पड़ी थी.
वहीं कमिश्नरेट की तरफ से अधिकारियों का कहना है कि इसके पहले उनसे कागजात नहीं मांगे गये थे, इसलिए कमिश्नरेट में ही ये कागजात पड़े थे. कागजातों को जमा देने के बारे में उन्हें कहा गया, तो तुरंत जांच से जुड़े कागजात सीबीआइ को सौंप दिये गये हैं.
बताया जा रहा है कि 2013 में जब राज्य सरकार ने चिटफंड मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था, तब मोल्ला भी उस टीम का हिस्सा थे. उन्होंने अधिकारियों के निर्देश पर चिटफंड कंपनी के मुख्यालय से बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किये थे. 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने जांच सीबीआइ को सौंपी थी. उसके बाद से लगातार जांच एजेंसी पुलिस से ये सारे दस्तावेज मांग रही थी.

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