अगले चक्रवाती तूफान का नाम होगा ‘वायु’

बांग्लादेश ने चक्रवाती तूफान को ‘फोनी’ नाम दिया था इन आठ देशों में से प्रत्येक ने आठ नाम दिये कुल 64 नाम सूची में कोलकाता : ओडिशा समेत देश के चार राज्यों में दो दिन तक चक्रवाती तूफान फोनी का असर देखने को मिला और बताया जा रहा है कि फोनी के बाद अगला चक्रवाती […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 5, 2019 12:51 AM

बांग्लादेश ने चक्रवाती तूफान को ‘फोनी’ नाम दिया था

इन आठ देशों में से प्रत्येक ने आठ नाम दिये
कुल 64 नाम सूची में
कोलकाता : ओडिशा समेत देश के चार राज्यों में दो दिन तक चक्रवाती तूफान फोनी का असर देखने को मिला और बताया जा रहा है कि फोनी के बाद अगला चक्रवाती तूफान जब भी आयेगा उसका नाम वायु होगा. आमतौर पर यह जिज्ञासा रहती है कि इन तूफानों के नाम कैसे और किस आधार पर रखे जाते हैं. विश्व में अब जितने तूफान आते हैं उन सभी को एक नाम दिया जाता है.
शुक्रवार को चक्रवात ‘फोनी’ के ओडिशा तट पर पहुंचने के साथ ही लोगों में यह जिज्ञासा पैदा हो गई कि इन तूफानों के नाम कैसे रखे जाते हैं. ‘फणि’ का नाम बांग्लादेश ने सुझाया था. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ‘फणी (फोनी)’ का मतलब सांप का फण है, लेकिन सवाल है कि इन चक्रवातों के नाम कैसे रखे जाते हैं.
सबसे पहले ‘ओनिल’
विश्व मौसम विज्ञान संगठन/ एशिया आर्थिक एवं सामाजिक आयोग और पैशिफिक पैनल ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन ने ओमान के मस्कट में वर्ष 2000 में आयोजित अपने 27वें सत्र में इस बात पर सहमत हुए थे कि वे बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आने वाले चक्रवाती तूफानों के नाम तय करेंगे.
सदस्य देशों के बीच लंबे विचार-विमर्श के बीच उत्तर हिंद महासागर में आने वाले चक्रवाती तूफानों का नामकरण सितंबर 2004 से शुरू हुआ. 2004 में जब तूफानों को नाम देने की परंपरा शुरू हुई तो पहले अंग्रेजी वर्णमाला के हिसाब से बांग्लादेश को ये मौका मिला. उसने पहले तूफान को ओनिल नाम दिया. इस लिस्ट में आखिरी नाम होगा अम्फान और ये थाईलैंड का दिया हुआ है.

Next Article

Exit mobile version