स्कूलों में छुट्टी होगी 162 दिन, तो पढ़ाई होगी चौपट

हेडमास्टरों व शिक्षक संगठनों ने जाहिर की नाराजगी कहा, कुल 162 दिन छुट्टी, मात्र 203 दिन पढ़ाई से शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त करने पर तुली है राज्य सरकार कोलकाता : चक्रवाती तूफान (फोनी) की संभावना को देखते हुए सभी स्कूलों को गुरुवार को जारी किये गये नोटिस के बाद शिक्षक संगठनों में काफी नाराजगी है. इसमें […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 4, 2019 12:40 AM

हेडमास्टरों व शिक्षक संगठनों ने जाहिर की नाराजगी कहा, कुल 162 दिन छुट्टी, मात्र 203 दिन पढ़ाई से शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त करने पर तुली है राज्य सरकार

कोलकाता : चक्रवाती तूफान (फोनी) की संभावना को देखते हुए सभी स्कूलों को गुरुवार को जारी किये गये नोटिस के बाद शिक्षक संगठनों में काफी नाराजगी है. इसमें 3 मई (शुक्रवार) से 30 जून तक की छुट्टी रखने की सूचना दी गयी थी. इसके बाद शुक्रवार को फिर से एक सर्कुलर जारी किया गया है. इसमें 3-4 मई के तूफान को छोड़कर 6 मई से लेकर 30 जून तक क्लास व स्कूल दोनों बंद रखने का सर्कुलर जारी किया गया है. इस पर हेडमास्टरों व शिक्षक संगठनों ने गहरी आपत्ति जतायी है.

उनका कहना है कि स्कूल के कैलेंडर में पर्व-त्योहार मिलाकर 65 अवकाश घोषित हैं. इसके अलावा 52 दिन रविवार पड़ता है. अब इसमें गर्मी की छुट्टियों के नाम से सरकार ने 45 दिन अतिरिक्त जोड़ लिये हैं. कुल मिलाकर 162 दिनों की छुट्टी होगी तो पढ़ाई क्या होगी. बच्चों की पढ़ाई के लिए मात्र 203 दिन बचते हैं. 30 जून तक बहुत लंबी छुट्टी हो गयी है, इससे छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होगा. न तो समय पर यूनिट टेस्ट हो पायेगा और न ही सिलेबस पूरा हो पायेगा. बंगाल की शिक्षा व्यवस्था ही चरमरा जायेगी.
इस पर जानते हैं शिक्षाविदों की राय :
विश्वजीत मित्रा (महासचिव, सेकेंडरी टीचर्स एंड एंप्लॉइज एसोसिएशन): सरकार का यह फैसला शिक्षा के विकास में बाधक है. सरकारी स्कूलों में लाखों गरीब बच्चे पढ़ने आते हैं. इतने दिन छुट्टी से वो पढ़ेंगे क्या. इससे तो राज्य की शिक्षा व्यवस्था चरमरा जायेगी. इसका बच्चों की पढ़ाई व सिलेबस पर असर पड़ेगा. कैलेंडर के हिसाब से गर्मी की छुट्टियां 10 जून तक घोषित है, इसमें 20 दिन अतिरिक्त जोड़े गये हैं. अब 30 जून तक स्कूल बंद रहेंगे. ऐसा लगता है कि सरकार शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा दे रही है.
सपन मंडल (सह-सचिव, बंगीय शिक्षा ओ-शिक्षा कर्मी समिति): जो बच्चे कक्षा 11वीं से 12वीं में जायेंगे, उनकी कक्षा 2 मई से शुरू होनेवाली थी, जो अब नहीं होगी. सरकार ने लंबी गर्मी की छुट्टियों की घोषणा कर दी है. अब कुल मिलाकर 162 दिन की छुट्टी हो रही है. इसमें 203 दिन ही पढ़ाई के बचते हैं. आधा साल तो अवकाश में चला गया, क्या शिक्षा का स्तर रहेगा. जो बच्चे अब 10वीं या 12वीं की बोर्ड परीक्षा देंगे, उनका बहुत नुकसान होगा. इससे शिक्षा का स्तर भी गिरेगा.
डॉ एपी राय (प्रिंसिपल, आदर्श माध्यमिक विद्यालय, श्यामबाजार): स्कूल दो महीने बंद रहेगा तो सभी काम ठप पड़ जायेंगे. 3-4 मई को तूफान के चलते अवकाश तो ठीक फैसला है. 6 मई से 30 जून तक की छुट्टी का दोबारा नोटिस भेजा गया है. अब क्लास भी बंद, स्कूल भी बंद. स्कूल को 10 मई के अंदर 11वीं की वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट काउंसिल में जमा देना था. बोर्ड द्वारा माध्यमिक नतीजे घोषित करने की भी बात थी लेकिन स्कूल ही बंद रहेगा, तो कामकाज काफी प्रभावित होगा. हमारे कई शिक्षक चुनाव में प्रिसाइडिंग ऑफिसर बने हैं, स्कूल बंद रहने से अब उनको पत्र कैसे दिया जाये, यह संकट भी पैदा हो गया है.

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