राज्य में सात चरणों में चुनाव कानून व व्यवस्था की स्थिति बताता है : विपक्ष

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों ने राज्य में सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराये जाने का रविवार को स्वागत किया और कहा कि यह राज्य में खराब होती कानून व व्यवस्था की स्थिति दर्शाता है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि रमजान का महीना होने और अप्रैल तथा मई में गर्मी होने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 11, 2019 5:46 AM
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों ने राज्य में सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराये जाने का रविवार को स्वागत किया और कहा कि यह राज्य में खराब होती कानून व व्यवस्था की स्थिति दर्शाता है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि रमजान का महीना होने और अप्रैल तथा मई में गर्मी होने के चलते इतनी लंबी चुनाव प्रक्रिया से लोगों पर दबाव पड़ेगा.
निर्वाचन आयोग ने रविवार को एलान किया कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल को शुरू होंगे और 19 मई तक सात चरणों में मतदान होगा. 23 मई को मतगणना होगी.
माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने राज्य में पिछले साल पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि सात चरणों का चुनाव राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति दर्शाता है कि कैसे लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने से रोका गया. उन्हें उम्मीद है कि मतदान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से होगा और निर्वाचन आयोग निष्पक्ष, सक्रिय तथा जवाबदेह होगा.
भाजपा और कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों ने भी लोकसभा चुनाव का स्वागत किया. भाजपा नेता मुकुल राय ने कहा कि यह पश्चिम बंगाल में जिस तरह की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति है, यह उसे दिखाता है. पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने भी माकपा और भाजपा की तर्ज पर राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था का जिक्र किया.

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