नाइजीरियन ने बनायी थी फ्रांसीसी कौंसुलेट के नाम पर फर्जी वेबसाइट

लालबाजार के साइबर थाने की पुलिस ने नवी मुंबई से आरोपी नाइजीरियन को किया गिरफ्तार ठगी के लिए हूबहू असली जैसी बनायी थी फर्जी वेबसाइट उसी वेबसाइट में कौंसुलेट की कीमती कार को सिर्फ 25 लाख में बेचने का दिया था विज्ञापन इसी विज्ञापन के झांसे में आकर एक व्यवसायी ने गंवा दी अपनी मोटी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 5, 2019 1:10 AM

लालबाजार के साइबर थाने की पुलिस ने नवी मुंबई से आरोपी नाइजीरियन को किया गिरफ्तार

ठगी के लिए हूबहू असली जैसी बनायी थी फर्जी वेबसाइट
उसी वेबसाइट में कौंसुलेट की कीमती कार को सिर्फ 25 लाख में बेचने का दिया था विज्ञापन
इसी विज्ञापन के झांसे में आकर एक व्यवसायी ने गंवा दी अपनी मोटी रकम
कोलकाता : फ्रांसीसी कौंसुलेट के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर उसी वेबसाइट के जरिये एक व्यवसायी से मोटी रकम ठगने के मामले में कोलकाता पुलिस के साइबर थाने की पुलिस ने एक नाइजीरियन को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम चिडिबेरे जॉन उमे (38) है. वह तीन वर्ष पहले नाइजीरिया से मुंबई आया था. इसके बाद से वह नवी मुंबई में एक किराये के मकान में रह रहा था.उसे गिरफ्तार कर कोलकाता लाकर अलीपुर कोर्ट में पेश करने पर उसे 12 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया.
क्या है मामला :
कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि गत वर्ष नवंबर महीने में फ्रेंच कौंसुलेट की तरफ से लालबाजार के साइबर थाने में एक शिकायत दर्ज करायी गयी थी. शिकायत में बताया गया कि फ्रेंच कौंसुलेट के नाम पर किसी ने असली की तरह दिखनेवाली फर्जी वेबसाइट बनायी है. इससे फ्रांसीसी कौंसुलेट का नाम बदनाम हो रहा है, क्योंकि इसमें फ्रांसीसी कौंसुलेट की कीमती कार को सिर्फ 25 लाख में बेचने का विज्ञापन दिया गया था.
इस विज्ञापन के झांसे में आकर एक व्यवसायी ने अपनी मोटी राशि गंवा दी. इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए साइबर थाने की पुलिस को आरोपी के नवी मुंबई में छिपे होने की जानकारी मिली. इसके बाद स्थानीय पुलिस को साथ लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. उसने ठगी के रुपये क्या किये, इसके अलावा और वह किस तरह के अपराध से जुड़ा है. इस बारे में उससे पूछताछ हो रही है.

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