आभूषण पर्यटन के विकास के लिए इटली की मदद लेगी राज्य सरकार

कोलकाता : पश्चिम बंगाल को कला की नगरी कहा जाता है. यहां तमाम तरह की कलाकृतियां ऐतिहासिक काल से ही बनायी जाती रही हैं, जो पूरे देश में पसंदीदा हैं. अब बंगाल में ज्वेलरी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इटली की मदद ली जायेगी. शनिवार को राज्य वित्त विभाग की ओर से मिली जानकारी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2019 2:58 AM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल को कला की नगरी कहा जाता है. यहां तमाम तरह की कलाकृतियां ऐतिहासिक काल से ही बनायी जाती रही हैं, जो पूरे देश में पसंदीदा हैं.

अब बंगाल में ज्वेलरी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इटली की मदद ली जायेगी. शनिवार को राज्य वित्त विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, सितंबर 2018 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मिलान यात्रा का समापन विभिन्न इतालवी क्षेत्रीय व्यापार संघों और व्यक्तिगत व्यवसाय-मालिकों के साथ प्रत्यक्ष संबंधों की एक श्रृंखला में हुआ था.
परिणामस्वरूप, इटली का 19 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पांचवें बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में आया था, जिसने आभूषण, पर्यटन, रियल एस्टेट, डेयरी उत्पाद, प्लास्टिक, व्यापार सेवाओं, माल ढुलाई, निर्माण सामग्री और निर्माण जैसे क्षेत्रों में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखायी. इनमें, आभूषण और पर्यटन में बहुत अधिक संभावनाएं हैं.
इटली के साथ-साथ बंगाल के प्रतिनिधियों ने भी इस पर सहमति जतायी है. दस्तकारी के आभूषण भारत में इटली की एक परंपरा है, जिसमें बंगाल भी शामिल है. इसका फायदा उठाते हुए, इतालवी प्रतिनिधिमंडल ने आभूषण डिजाइनिंग और विनिर्माण पर सहयोग का प्रस्ताव दिया है. इटली के चेंबर ऑफ कॉन्फिंडेट्टा कैसर्टा के अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि बंगाल में रियल एस्टेट का कारोबार है, इसलिए वे इस क्षेत्र में डेवलपर्स के साथ सहयोग करना चाहते थे.
उन्होंने कहा कि भारत और शेष विश्व के अधिकांश लोग इटली की पहचान रोम, मिलान, वेनिस, सिसिली, पोम्पेई, वैटिकन और पीसा जैसे सुस्थापित पर्यटन स्थलों से करते हैं, लेकिन अपेक्षाकृत अज्ञात प्रांतों में पर्यटन के लिए और भी बहुत कुछ है, इसलिए, पर्यटन यहां उनके लिए एक प्रमुख फोकस क्षेत्र था.

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