खड़गपुर : भूख हड़ताल पर बैठे आइआइटी शोधार्थी

खड़गपुर : छात्रवृत्ति में 80 फीसदी बढ़ोतरी की मांग पर पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत आइआइटी खड़गपुर के शोधार्थी मंगलवार सुबह 8.30 बजे से भूख हड़ताल पर बैठ गये. 12 घंटाव्यापी भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलनकारी शोधार्थियों ने कहा कि अगर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहली फरवरी तक उनकी छात्रवृत्ति में 80 फीसद वृद्धि की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 30, 2019 5:40 AM

खड़गपुर : छात्रवृत्ति में 80 फीसदी बढ़ोतरी की मांग पर पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत आइआइटी खड़गपुर के शोधार्थी मंगलवार सुबह 8.30 बजे से भूख हड़ताल पर बैठ गये. 12 घंटाव्यापी भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलनकारी शोधार्थियों ने कहा कि अगर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहली फरवरी तक उनकी छात्रवृत्ति में 80 फीसद वृद्धि की अधिसूचना नहीं जारी की, तो देश के सभी आइआइटी के शोधार्थी एक साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने को विवश होंगे.

पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, आइआइटी खड़गपुर के शोधार्थी जिमखाना पहुंचे और सुबह 8.30 बजे से भूख हड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान शोधार्थियों ने हाइक-हाइक 80 परसेंट, वी वांट हाइक, एमएचआरडी आप होश में आओ, फेलोशिप अभी बढ़ाओ, नोटिफिकेशन अभी निकालो आदि नारे लगाये.
भूख हड़ताल में शामिल सायन दासगुप्ता, सैकत कुमार कुइला, ओमकार, शतानिक, प्रभाकार आदि शोधार्थियों ने एमएचआरडी की नीतियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि देशभर के विभिन्न संस्थानों के शोधार्थी कई माह से छात्रवृत्ति में 80 फीसदी बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे को लेकर शोधार्थियों का प्रतिनिधिमंडल कई बार संबंधित मंत्रालय एवं प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवायजरी के साथ बात कर चुका है, लेकिन उनकी ओर से सिवाय आश्वासन के हमें और कुछ नहीं मिला.
प्रत्येक बार छात्रवृत्ति शीघ्र बढ़ाया जायेगी, का मौखिक अथवा ट्वीट पर ही हमें आश्वासन मिला. शोधार्थियों ने कहा कि विगत 16 जनवरी को पूरे देश से लगभग दो हजार शोधार्थियों ने एमएचआरडी के समक्ष अपनी मांगों को लेकर जमायत की थी. वे शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन शाम को पुलिस बल वहां पहुंचा और अलोकतांत्रिक तरीके से आंदोलनकारियों को वहां से हटाकर विभिन्न थानों में ले जाकर दो घंटे से भी अधिक समय तक रोके रखा. उसके बाद सभी आइआइटी के प्रतिनिधियों ने विचार किया कि भूख हड़ताल के सिवाय और कोई मार्ग नहीं बचा है.
जिस पर अमल करते हुए 18 जनवरी को आइआइएससी ने भूख हड़ताल की. हमआज (मंगलवार) 12 घंटाव्यापी भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ प्रतीकात्मक भूख हड़ताल है. एमएचआरडी ने पहली फरवरी तक स्कॉलरशिप में 80 फीसद वृद्धि की अधिसूचना नहीं जारी की, तो देश के सभी आइआइटी के शोधार्थी अगले हफ्ते एक साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे.

Next Article

Exit mobile version