इवीएम हैकिंग का मुद्दा चुनाव आयोग के समक्ष उठायेंगे : ममता

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि विपक्षी पार्टियां अमेरिका के एक साइबर विशेषज्ञ की ओर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (इवीएम) की हैकिंग के बारे में किये गये दावे का मुद्दा चुनाव आयोग के समक्ष उठायेंगी. भारतीय पत्रकार संगठन (यूरोप) की ओर से लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में साइबर विशेषज्ञ ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 22, 2019 2:19 AM
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि विपक्षी पार्टियां अमेरिका के एक साइबर विशेषज्ञ की ओर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (इवीएम) की हैकिंग के बारे में किये गये दावे का मुद्दा चुनाव आयोग के समक्ष उठायेंगी.
भारतीय पत्रकार संगठन (यूरोप) की ओर से लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में साइबर विशेषज्ञ ने दिखाया कि इवीएम किस तरह से कथित तौर पर हैक की जा सकती है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने एक ट्वीट में कहा कि हर एक वोट बेशकीमती है और यह मुद्दा उठाया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा : हमारे महान लोकतंत्र का निश्चित तौर पर संरक्षण होना चाहिए. आपका हर वोट बेशकीमती है. यूनाइटेड इंडिया ऐट ब्रिगेड’ रैली के बाद सभी विपक्षी पार्टियों ने इवीएम के मुद्दे पर चर्चा की. हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हमने 19 जनवरी को ही तय कर लिया था कि इस मामले को चुनाव आयोग के सामने लगातार उठायेंगे.
हां, हर वोट अहम है. तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि इवीएम की कार्यप्रणाली के मूल्यांकन और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के उपाय ढूंढ़ने के अलावा विपक्षी पार्टियों की समिति लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को चुनाव सुधारों के बारे में सुझाव देगी.
गौरतलब है कि लंदन में इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) को हैक करने के डिमॉनस्ट्रेशन के दौरान अमेरिकी हैकर ने सनसनीखेज दावा किया है. अमेरिकी हैकर विशेषज्ञ सईद सूजा ने दावा करते हुए कहा कि इवीएम को हैक किया जा सकता है. विशेषज्ञ का दावा है कि इवीएम को ब्लूटूथ और वायरलेस फ्रीक्वेंसी पर हैक कर पाना संभव नहीं है.
उसका कहना है कि इवीएम हैक करने के लिए इवीएम तक पहुंच होनी जरूरी है. सूजा का दावा यह भी है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने भी इवीएम के साथ छेड़छाड़ की गयी थी. इसके अलावा उसका दावा है कि यूपी, गुजरात व महाराष्ट्र में इवीएम के साथ छेड़छाड़ की गयी और 2014 के आम चुनावों में भी इसे प्रभावित किया गया.

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