खुले आसमान के नीचे रात काट रहे हैं श्रद्धालु

सागरद्वीप : अर्धकुंभ होने के कारण इस साल गंगासागर में गत वर्ष की तुलना में तीर्थयात्रियों की संख्या कम है. साथ ही प्रशासन की ओर से कुंभ से बेहतर सुविधा मुहैया करवाने की बात कही जा रही है, लेकिन वस्तुस्थिति ठीक इससे उलट निकली. पुण्यार्थिंयों के रहने के बंदोबस्त के बारे में जिलाधिकारी वाई रत्नाकर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2019 6:25 AM
सागरद्वीप : अर्धकुंभ होने के कारण इस साल गंगासागर में गत वर्ष की तुलना में तीर्थयात्रियों की संख्या कम है. साथ ही प्रशासन की ओर से कुंभ से बेहतर सुविधा मुहैया करवाने की बात कही जा रही है, लेकिन वस्तुस्थिति ठीक इससे उलट निकली.
पुण्यार्थिंयों के रहने के बंदोबस्त के बारे में जिलाधिकारी वाई रत्नाकर राव का कहना है कि मेले परिसर में तीर्थयात्रियों की रात गुजारने के लिए 500 से अधिक होगला पत्तों के निवास बने हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब एक लाख लोगों के रहने की व्यवस्था है, लेकिन प्रशासन के इस आयोजन के बाद भी मेला परिसर में तीर्थयात्री खुले असामान के नीचे रात काटते नजर आयें.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से अपने समूचे परिजनों के संग पुण्य स्नान के लिए सागर पहुंचे रामकिशन मिश्र पिछले दो दिनों से सागर तट के किनारे ठंड में अपनी रात गुजार रहे हैं. उनका कहना है कि यात्रियों के ठहरने के लिए बनाये गये होगला के घरों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. परिसर में भी यात्री निवास या ठहराव की व्यवस्था के बारे में कहीं कुछ ऐसा लिखा हुआ भी नहीं है. दूसरे पुण्यार्थिंयों ने भी यही बात दुहरायी.

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