कोलकाता में बोले जिग्नेश मेवानी : आरएसएस-भाजपा का मुख्य एजेंडा एससी-एसटी कोटा खत्म करना

कोलकाता : गुजरात के निर्दलीय विधायक एवं दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने रविवार को कहा कि सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 फीसद आरक्षण मुहैया करने का केंद्र सरकार का फैसला जातिगत आरक्षण खत्म करने के आरएसएस-भाजपा के एजेंडे को साकार करने की दिशा में एक कदम है. महानगर में ऑल इंडिया बैंक ऑफ बड़ौदा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 14, 2019 2:31 AM
कोलकाता : गुजरात के निर्दलीय विधायक एवं दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने रविवार को कहा कि सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 फीसद आरक्षण मुहैया करने का केंद्र सरकार का फैसला जातिगत आरक्षण खत्म करने के आरएसएस-भाजपा के एजेंडे को साकार करने की दिशा में एक कदम है.
महानगर में ऑल इंडिया बैंक ऑफ बड़ौदा एससी-एसटी इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के 14वें राष्ट्रीय सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे मेवानी ने कहा कि संविधान को खारिज करने और जाति आधारित आरक्षण को खत्म करने का आरएसएस-भाजपा का यह काफी समय से लंबित एक एजेंडा है.
उन्होंने कहा कि सामाजिक-शैक्षणिक आधार पर आरक्षण को खत्म करने की दिशा में यह एक कदम है. दलित नेता ने कहा कि सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों को प्रतिनिधित्व देने के लिए देश में आरक्षण की व्यवस्था लायी गयी थी. इसका उद्देश्य गरीबी उन्मूलन करना नहीं था.
उन्होंने कहा कि अन्य समुदायों के गरीब लोगों को कोई फायदा मिलने से हमें कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन आरक्षण का उद्देश्य गरीबी दूर करना नहीं है. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य एससी/एसटी/ओबीसी समुदाय को प्रतिनिधित्व देना है, जो सामाजिक संरचना के चलते सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए हैं.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से पिछड़े तबके के लोगों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 10 फीसद आरक्षण मुहैया कराने वाले संविधान संशोधन विधेयक को शनिवार को अपनी मंजूरी दे दी है.
मेवानी ने भाजपा के खिलाफ बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच उत्तर प्रदेश में हुए गठबंधन की सराहना करते हुए कहा कि अन्य विपक्षी पार्टियों को भी इस गठबंधन से सीख लेनी चाहिए तथा भाजपा विरोध वोटों को अधिक से अधिक एकत्र करने की कोशिश करनी चाहिए. हालांकि अपने कांग्रेस प्रेम के लिए मशहूर जिग्नेश ने कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर मुकाबला करने की बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर अनुसूचित जनजाति आयोग की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके के अलावा नेशनल कमीशन फॉर सफाई कर्मचारी के दिलीप के हाथीवेद, बैंक आफ बड़ौदा के एमडी व सीइओ पीएस जयकुमार, इंडियन बैंक के पूर्व एमडी व सीइओ किशोर पी खरात, बैंक आफ बड़ौदा के जीएम (ओपीएस) व सीएलओ केआर कनोजिया, बैंक आफ बड़ौदा के कोलकाता जोन के जीएम असीम पांडा, एआइबीओबी एससी व एसटी ईडब्ल्यूए के महासचिव सुरेश राम, इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि निकाले व अन्य लोग उपस्थित थे.

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